आदित्य इन्सां: जमीन खा गई या आसमान निगल गया

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख का दाहिना हाथ माने जाने वाला आदित्य इन्सां सवा दो साल से भी ज्यादा समय से पुलिस की पकड़ से बाहर है। 5 लाख रुपये का ईनामी आरोपी, पंचकूला हिंसा का मास्टर माइंड आदित्य इन्सां को पकड़ने के लिए पुलिस ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, और नेपाल तक की सड़कें नापी हैं, लेकिन उसके बाद भी वह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं आया है। यह मामला न केवल पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है, बल्कि अदालत भी इस मामले पर पुलिस को फटकार लगा चुकी है, यह सवाल उठाते हुए कि आखिर आदित्य इन्सां कोई "शक्तिमान" तो नहीं है, जो पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है।
पंचकूला हिंसा का आरोपी
25 अगस्त 2017 को सीबीआई की विशेष कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया था। इसके बाद 28 अगस्त को राम रहीम को सजा सुनाई गई। इसके बाद उपजे उत्पाती प्रदर्शन और हिंसा में पंचकूला और सिरसा के अलावा पंजाब के कई हिस्सों में भारी हिंसा हुई। इसमें 32 लोग मारे गए और 250 लोग घायल हो गए थे। हिंसा और आगजनी की वजह से करोड़ों की संपत्ति स्वाहा हो गई। इस हिंसा के दौरान सेना ने भी फायङ्क्षरग की थी। इस हिंसा के जिम्मेदार लोगों में आदित्य इन्सां का नाम सबसे ऊपर था।
लुकआउट नोटिस और इनाम
आदित्य इन्सां के खिलाफ पुलिस ने 1 सितंबर 2017 को लुकआउट नोटिस जारी किया था। इसके बाद 27 दिसंबर 2017 को पुलिस ने आदित्य इन्सां पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा। बाद में, 7 फरवरी 2018 को इनाम की राशि बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई। पुलिस ने उसकी संपत्ति कुर्क करने के लिए नोटिस भी जारी किए थे, लेकिन इसके बावजूद आदित्य इन्सां की कोई खबर नहीं मिल पाई। अदालत भी इस पर टिप्पणी कर चुकी है कि आदित्य इन्सां कोई "शक्तिमान" व्यक्ति नहीं है, फिर भी पुलिस उसे पकड़ क्यों नहीं पा रही है।
आदित्य की पहचान और भूमिका
आदित्य इन्सां पेशे से चिकित्सक था और डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख प्रवक्ता था। 1997 में डेरा से जुड़ा आदित्य इन्सां, धीरे-धीरे डेरा के प्रबंधन में भी शामिल हुआ और इसके बाद वह डेरा के प्रमुख कार्यक्रमों का जिम्मा संभालने लगा। आदित्य की भूमिका डेरा प्रमुख राम रहीम के करीबी सहयोगी के तौर पर रही। शाह सतनाम हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटैंट के तौर पर भी वह जुड़े थे और डेरा के प्रमुख कार्यक्रमों में उनकी सक्रिय भूमिका रही।
पुलिस की ओर से की गई कोशिशें
पुलिस ने आदित्य इन्सां को पकड़ने के लिए पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और नेपाल तक की सड़कों पर तलाश की। लेकिन उसे अभी तक पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है। इसके अलावा, आदित्य के साथ 7 अन्य ईनामी मुजरिमों की भी तलाश की जा रही है। इन सभी आरोपियों पर 50-50 हजार रुपये का ईनाम रखा गया है और इनपर देशद्रोह और हिंसा भड़काने के आरोप हैं।
आदित्य की रहनुमाई और प्रभाव
आदित्य इन्सां की अहम भूमिका डेरा के कारोबार और इसके कार्यक्रमों में रही। वह डेरा सच्चा सौदा के मास्टर माइंड थे, जिनका कार्यक्षेत्र डेरा के विभिन्न कार्यों के संचालन तक सीमित था। उनके खिलाफ कई केस दर्ज थे, जिनमें हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोप शामिल थे। इसके अलावा, उनकी भूमिका डेरा प्रमुख राम रहीम के साथ एक करीबी सहयोगी के रूप में थी, जो डेरा के फैलते व्यापार और प्रभाव को बनाने में सहायक था।
अदालत की फटकार
अदालत ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए और उसे फटकार लगाई, यह कहते हुए कि आदित्य इन्सां को पकड़ने के लिए पुलिस ने अब तक जो भी प्रयास किए हैं, वे नाकाम साबित हो रहे हैं। अदालत ने यह भी पूछा कि क्या आदित्य इन्सां कोई अव्यक्त शक्तिमान व्यक्ति है, जिसे पकड़ना पुलिस के लिए असंभव है।
अंत में, आदित्य इन्सां की गिरफ्तारी न केवल पुलिस के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह पूरे डेरा सच्चा सौदा प्रकरण की जांच के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही शायद कुछ और खुलासे हो सकते हैं, जो इस बड़े विवाद के हर पहलू को स्पष्ट कर सकते हैं।