IAS की तैयारी के लिए कितना देना चाहिए समय, जानें क्या कहा डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने

IAS की तैयारी के लिए समय का निर्धारण व्यक्ति की स्थिति, लक्ष्य, और अध्ययन की रणनीति पर निर्भर करता है। डॉ. विकास दिव्यकीर्ति, जो एक प्रसिद्ध UPSC कोचिंग संस्थान के संस्थापक और मार्गदर्शक हैं, उन्होंने इस विषय पर कई बार विस्तार से अपने विचार साझा किए हैं। उनका कहना है कि IAS की तैयारी में समय की गुणवत्ता और धैर्य पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए, न कि केवल समय की मात्रा पर।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के अनुसार:
1. समय की मात्रा:
सामान्यतः, UPSC की तैयारी में 1 से 2 साल का समय चाहिए। उन्होंने कहा कि जो छात्र नियमित रूप से पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें 1.5 से 2 साल का समय देकर इस परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। हालांकि, यह समय इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप पहले से कितनी जानकारी रखते हैं और आपकी तैयारी की रणनीति क्या है।
2. रूटीन और अध्ययन का तरीका:
डॉ. दिव्यकीर्ति के अनुसार, यह ज़रूरी नहीं कि आप हर दिन 10-12 घंटे पढ़ाई करें। वे मानते हैं कि अध्ययन की गुणवत्ता** ज्यादा मायने रखती है। अगर आप सुनियोजित तरीके से पढ़ाई करते हैं और स्मार्ट वर्क अपनाते हैं, तो कम समय में भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब आप समान्य अध्ययन के साथ मॉक टेस्ट, रेविज़न, और टेस्ट सीरीज़ पर ध्यान देंगे, तो आपकी तैयारी और भी प्रभावी होगी।
3. फोकस और मानसिकता:
डॉ. दिव्यकीर्ति ने यह भी बताया कि ध्यान और फोकस बनाए रखना अहम है। यदि आप सही दिशा में काम कर रहे हैं, तो समय की कमी नहीं महसूस होगी। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि आपको अपने लक्ष्य पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने मनोबल को बनाए रखना चाहिए।
4. सामग्री का चयन:
उन्होंने यह भी कहा कि सही स्रोत से पढ़ाई करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही किताबें और NCERT जैसी बेसिक सामग्री से शुरुआत करना चाहिए और उसके बाद ही मेनस और प्रिलिम्स की तैयारी करनी चाहिए।
सारांश में, डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का मानना है कि IAS की तैयारी में 1 से 2 साल का समय चाहिए, लेकिन इस समय में स्मार्ट वर्क, सुनियोजित अध्ययन, और मनोबल पर ध्यान देना ज़्यादा महत्वपूर्ण है। साथ ही, सफलता के लिए निरंतरता और धैर्य भी बेहद जरूरी हैं।