गेहूं की इस किस्म से किसानों को मिलेगी बंपर पैदावार, ऐसे करें बुवाई 
 

 

गेहूं की नई किस्म HD-3385: किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि

शाहजहांपुर: भारत में गेहूं की फसल उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किसानों की बेहतर उपज सुनिश्चित करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने हाल ही में एक नई गेहूं किस्म, HD-3385, विकसित की है। यह किस्म न केवल उच्च उत्पादन देने में सक्षम है, बल्कि यह रोग प्रतिरोधी भी है।

HD-3385 किस्म के लाभ
1. रोग प्रतिरोधी:
   - HD-3385 विशेष रूप से रतुआ रोग के प्रति प्रतिरोधी है।
   - यह कीटों और अन्य बीमारियों के प्रति भी प्रतिरोधक है, जिससे किसानों को कीटनाशकों का कम इस्तेमाल करना पड़ता है।

2. उच्च उत्पादन क्षमता:
   - इस किस्म से एक हेक्टेयर में 75 क्विंटल तक उपज प्राप्त की जा सकती है, जो कि अन्य किस्मों की तुलना में अधिक है।

3. पर्यावरण के अनुकूल:
   - कम कीटनाशकों के उपयोग से यह किस्म पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है। इससे प्राप्त उपज स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होती है।

बुवाई का समय और प्रक्रिया
- बुवाई का समय:
  - किसान इस किस्म की बुवाई नवंबर के पहले सप्ताह से 20 नवंबर तक कर सकते हैं।
  
-बीज उपलब्धता:
  - किसान इस किस्म के बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से या किसान मेलों में प्राप्त कर सकते हैं।

गेहूं की HD-3385 किस्म किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह कम लागत में अधिक उत्पादन प्रदान करती है। यह किस्म न केवल कृषि क्षेत्र के विकास में योगदान देगी, बल्कि किसानों के जीवन स्तर को भी ऊँचा उठाने में मदद करेगी।