खेल मंत्री संदीप सिंह और महिला कोच मामला: पहली बार बोले CM, दिया ये बड़ा बयान 

Sports Minister Sandeep Singh and women coach case: CM spoke for the first time, gave this big statement

 
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच के आरोपों के सीएम मनोहर लाल ने बयान दिया है। सीएम ने कहा कि एक महिला खिलाड़ी ने संदीप सिंह के ऊपर व्यर्थ आरोप......

HARDUM HARYANA NEWS

हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच के आरोपों के सीएम मनोहर लाल ने बयान दिया है। सीएम ने कहा कि एक महिला खिलाड़ी ने संदीप सिंह के ऊपर व्यर्थ आरोप लगाया है। आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता। चंडीगढ़-हरियाणा पुलिस छानबीन कर रही है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। निष्पक्ष जांच के लिए उनको खेल मंत्री के पद से हटाया गया है।

हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस मामले पर भाजपा आलाकमान ने नजरें गड़ा दी हैं। इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस की जांच ही अंतिम मानी जाएगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश के नेताओं से बातचीत कर घटनाक्रम का जायजा लिया है।

हरियाणा सरकार पर राज्य मंत्री संदीप सिंह की बर्खास्तगी का लगातार दबाव बढ़ रहा है। इससे पहले एक खाप पंचायत ने खेल मंत्री को धमकी दी कि अगर महिला कोच से छेड़छाड़ करने के आरोपी हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को बर्खास्त नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे।

हालांकि संदीप सिंह ने रविवार को अपना खेल विभाग यह कहते हुए छोड़ दिया था कि उन्होंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है और दावा किया कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं। पूर्व हॉकी कप्तान ने कहा कि उन्होंने खेल विभाग का प्रभार सीएम खट्टर को सौंप दिया है।

चंडीगढ़ पुलिस द्वारा छेड़छाड़ समेत विभिन्न धाराओं में केस करने के बाद मंत्री ने नैतिकता को आधार बता खेल विभाग छोड़ दिया लेकिन अभी तक मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। सोमवार को चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी को मंत्री से पूछताछ करनी थी। सुबह से शाम तक मंत्री के आवास के बाहर दिनभर मीडिया का जमावड़ा रहा है लेकिन एसआईटी पूछताछ करने नहीं पहुंची।

 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महिला कोच मंत्री संदीप सिंह के खेल विभाग छोड़ने से संतुष्ट नहीं है। महिला कोच मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की लगातार मांग कर रही है। मंत्री के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के लिए सोमवार को महिला कोच ने खेल विभाग से 10 दिन की छुट्टी मांगी है। महिला ने छुट्टियों के लिए निजी कारण बताया है। खेल विभाग ने 10 दिन की छुट्टी स्वीकृत भी कर दी है। महिला का कहना है कि वह न्याय मिलने तक लड़ाई लड़ेगी और किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी। कानून पर विश्वास है कि न्याय दिलाया जाएगा।