हरियाणा में अब तक 46493 एकड़ जलक्षेत्र में 1.62 लाख टन मत्स्य उत्पादन, 100 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत एक्वा पार्क-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

 
विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर आज गुजरात के अहमदाबाद में दो दिवसीय ग्लोबल फिशरीज कॉन्फ्रेंस इंडिया-2023 का आयोजन किया गया। कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रूपाला ने किया। 21 से 22 नवंबर, 2023 तक दो दिवसीय सम्मेलन में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने भी सम्मेलन में शिरकत की।

जेपी दलाल ने हरियाणा सरकार द्वारा मत्स्य पालन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ नई-नई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। 

अगले पांच वर्षों में राज्य सरकार ने अतिरिक्त 15,000 एकड़ में लगभग 30,000 टन झींगा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में अब तक राज्य में 46,493 एकड़ जलक्षेत्र में 1.62 लाख टन मत्स्य उत्पादन तथा लगभग 4350 एकड़ में 7500 टन झींगा उत्पादन हुआ है, जिससे मत्स्य पालकों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि गत वित्त वर्ष में 45,015 एकड़ जलक्षेत्र में 2.12 लाख टन मत्स्य उत्पादन हुआ था।

भिवानी में 100 करोड़ रुपये की लागत से एकीकृत एक्वा पार्क-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण को मंजूरी

जेपी दलाल ने बताया कि गांव गरवा, जिला भिवानी में 25 एकड़ भूमि में लगभग 100 करोड़ रुपये लागत से एकीकृत एक्वा पार्क-सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निर्माण को मंजूरी दी गई है, जल्दी ही निर्माण कार्य की शुरूआत होगी। 

प्रदेश के खारे पानी व जल भराव वाले क्षेत्र तथा आस-पास के प्रदेशों जैसे पंजाब व राजस्थान के किसानों के लिए यह सेंटर एक वरदान साबित होगा। इतना ही नहीं गांव सुल्तानपुर, जिला गुरुग्राम में एक मॉडर्न होलसेल फिश मार्केट का निर्माण किया जाना भी प्रस्तावित है।

विभाग के बजट में की गई 36 गुणा बढ़ोतरी

जेपी दलाल ने बताया कि वर्ष 2014-15 में विभाग का बजट मात्र 7 करोड़ रुपये था, जिसे हमारी सरकार ने बढ़ाकर आज लगभग 250 करोड़ रुपये कर दिया है, जोकि लगभग 36 गुणा बढ़ोतरी है। 

उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से किसानों को आधुनिक तकनीक द्वारा मछली उत्पादन बढ़ाने की ट्रेनिंग पर जोर दिया जा रहा है। आज हरियाणा मत्स्य बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर प्रदेश बन चुका है।

प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत आरएएस के 116 और बायोफ्लोक के 287 प्रोजेक्ट लगे

पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना को हरियाणा में व्यापक तरीके से लागू किया गया है। परिणामस्वरूप रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आरएएस) के 116 प्रोजेक्ट लगाए हैं। 

इसके अलावा, बायोफ्लोक के 287 प्राजेक्ट लगाने के साथ-साथ 10 कोल्ड स्टोरेज और 12 फीड मिल प्लांट भी स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही 12 रेफ्रिजिरेटिड वाहन भी प्रदान किए गए हैं।

सम्मेलन में राज्य मत्स्य पालन मंत्रियों, विभिन्न देशों के राजदूतों, वैश्विक मत्स्य वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, मत्स्य समुदायों और निवेश बैंकरों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों और हितधारकों ने हिस्सा लिया। 

2 दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के साथ साझेदारी करने और भारत के मत्स्यपालन क्षेत्र का सतत विकास करने के लिए एक रोडमैप तैयार करने पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।