हरियाणा सरकार की दृष्टि में जूनियर IAS और HCS  एक समान, 2020 बैच के 6 IAS और 15 HCS सभी  SDM पद‌ पर तैनात 

 
 


चंडीगढ़ -‌ ऐसा पढ़ने और  सुनने में  भले ही आश्चर्यजनक और रोचक  प्रतीत हो परंतु सत्य यही  है कि वर्तमान में हरियाणा‌ सरकार की दृष्टि  में जूनियर आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा ) और जूनियर  एचसीएस -ईबी (हरियाणा सिविल सेवा -कार्यकारी शाखा) अधिकारियों एक समान ही है.

 हालांकि वास्तव में  आईएएस, जो  एक आल-इंडिया  सर्विस  (अखिल भारतीय सेवा ) है का दर्जा निश्चित तौर पर  एचसीएस, जो   हरियाणा प्रदेश की सिविल (प्रशासनिक) सेवा है, से ऊपर होता है.

 पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि हाल ही में   12 नवम्बर 2023 को अर्थात गत रविवार दिवाली के ही दिन  प्रदेश सरकार के  कार्मिक विभाग द्वारा जारी एक आदेश मार्फ़त 2020 बैच के जूनियर आईएएस अधिकारी राहुल मोदी, जिनका अढ़ाई माह पूर्व ही त्रिपुरा आईएएस कैडर से हरियाणा कैडर में ट्रांसफर हुआ, उन्हें बहादुरगढ़ में बतौर एस.डी.ओ. (सिविल) अर्थात एस.डी.एम. (उपमंडलाधीश ) पद पर तैनात किया गया.

 रोचक बात यह है कि उसी आदेश द्वारा ही 2020 बैच के एक जूनियर एच.सी.एस.- ईबी अधिकारी चंद्रकांत कटारिया को  रादौर में बतौर एस.डी.एम. तैनात किया गया. सनद रहे कि चंद्रकांत अम्बाला लोकसभा हलके से भाजपा के पूर्व सांसद, रतन लाल कटारिया, जिनका छ: माह पूर्व 18 मई 2023 को निधन हो गया था, के  सुपुत्र है.  

अब एक सामान अर्थात एस.डी.एम. के पद पर 2020 बैच के एक जूनियर  आईएएस अधिकारी और 2020 बैच के एक जूनियर एच.सी.एस. अधिकारी की तैनाती पर प्रशासनिक प्रश्न उठना स्वाभाविक है. 

बहरहाल, हेमंत ने आगे बताया कि मौजूदा तौर पर राहुल मोदी के अतिरिक्त 2020 बैच के 5 अन्य जूनियर आईएएस  अधिकारी और चंद्रकांत के अलावा 2020 बैच के 14 अन्य जूनियर एचसीएस- ईबी अधिकारी सभी एक समान अर्थात एसडीएम (उपमंडलाधीश) के पदो पर ही  तैनात‌ हैं. 

वर्तमान में प्रदेश में राहुल मोदी के अलावा  2020 बैच के 5 अन्य जूनियर आईएएस अधिकारी - प्रदीप सिंह  (दक्षिण गुरुग्राम), दीपक बाबूलाल करवा (भिवानी), पंकज (जींद), सी.जयाशर्धा (नारायणगढ) और हर्षित कुमार (महेंद्रगढ़)  एस.डी.एम. पद पर तैनात हैं. 

वहीं  चद्रकांत के अलावा 2020 बैच के ही 15 जूनियर एच.सी.एस. अधिकारी - मोहित कुमार (हांसी ), अमित कुमार-2 (सोनीपत), जय प्रकाश (कोसली), रविंदर मलिक (बेरी), प्रतीक हुड्डा (टोहाना), पुलकित मल्होत्रा (शाहाबाद), अमित मान (बडकल ), अभय सिंह जांगड़ा (डबवाली), अमित (समालखा ), अमित कुमार-3 (लोहारू ), नसीब कुमार (लाडवा), गुलज़ार मलिक (उचाना ), अनमोल (खरखोदा) और देवेन्द्र शर्मा (कलायत ) भी   एस.डी.एम. पद पर तैनात हैं.  

हालांकि मौजूदा लागू एच.सी.एस. कैडर आदेशानुसार उक्त सभी 15 एच.सी.एस.-ईबी  अधिकारी  जनवरी, 2025 के बाद ही बतौर एस.डी.एम. तैनात हो सकते हैं जब उनकी एच.सी.एस. में न्यूनतम पांच वर्ष की सेवा पूरी होगी. 

हेमंत ने बताया कि हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रदेश  में आईएएस और एचसीएस-ईबी अधिकारियों की तैनाती-तबादले करने की शक्ति राज्य सरकार (मुख्यमंत्री ) में निहित होती है एवं ऐसा करना उनका विवेकाधिकार है परन्तु ऐसा करते समय कुछ प्रशासनिक सिद्धांतों की अनुपालना आवश्यक होती है ताकि तैनाती-तबादलों पर किसी प्रकार का कोई प्रश्न चिन्ह उत्पन्न न हो जैसे किसी जूनियर आईएएस अधिकारी और जूनियर एच.सी.एस. अधिकारियों को एक समान पद पर तैनात न कर दिया जाए. 

हरियाणा में मौजूदा तौर पर 74 उपमंडल है. गत वर्ष 6  सितम्बर 2022 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट कर प्रदेश में  8 नए उपमंडल- बवानीखेड़ा, मानेसर, जुलाना, नीलोखेड़ी, नांगल चौधरी,  इसराना, कलानौर और  छछरौली बनने की घोषणा की  थी. 

इसी वर्ष मई, 2023 में  हरियाणा कैबिनेट की बैठक में उपरोक्त में से 6 ( बवानीखेड़ा और कलानौर को छोड़कर )  को उपमंडल के तौर पर स्वीकृति प्रदान कर दी गई हालांकि आज 6 महीने बाद भी इस सम्बन्ध में विधिवत नोटिफिकेशन जारी होनी लंबित है.  

हेमंत ने बताया कि 3 वर्ष पूर्व  अक्टूबर, 2020 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव विजय वर्धन द्वारा एचसीएस कैडर संख्या निर्धारण आदेश, जो आज तक लागू है, में स्पष्ट तौर  एस.डी.ओ. (सिविल) अर्थात उप-मंडल अधिकारी (नागरिक) जिसे  एस.डी.एम. कहते हैं के पदों को सीनियर स्केल और सिलेक्शन ग्रेड अर्थात 5 वर्ष से 15 वर्ष तक की एचसीएस सेवा वाले अधिकारियों के लिए दर्शाया गया था.  

बहरहाल, उपरोक्त लागू आदेश के बावजूद अब मौजूदा तौर पर प्रदेश सरकार द्वारा 5 वर्ष से कम की एचसीएस सेवा वाले अधिकारियों को एस.डी.एम. पद पर तैनात किया जा रहा है. 

वर्तमान में 2020 बैच के उपरोक्त 15 जूनियर एच.सी.एस. अधिकारियों के अतिरिक्त 2019 बैच के 25 अन्य जूनियर एच.सी.एस. अर्थात पांच वर्ष से कम एच.सी.एस. सेवा वाले अधिकारी ही बतौर एस.डी.एम. पद पर तैनात हैं. 

इनमें 2019 बैच रजिस्टर ए-1  (अर्थात तहसीलदार/डी.आर.ओ.) से एच.सी.एस. में प्रोमोट हुए 7 अधिकारी - सुभाष चन्द्र (सांपला), अनिल कुमार दून (नरवाना), राजेंद्र कुमार (सिरसा), जगदीश चन्द्र (रतिया ), दर्शन कुमार (अम्बाला शहर ), संजीव कुमार (तावरू), राजेश कुमार (फतेहाबाद ), 2019 बैच रजिस्टर  ए-2   (अर्थात प्रदेश सरकार से ग्रुप सी कर्मचारियों ) से एच.सी.एस. में चयनित हुए 13 अधिकारी -मनोज कुमार -1 (नारनौल), मनोज कुमार -2 (तोशाम), विजया मलिक (बरवाला ), वरिंदर सिंह दुल (असंध), लक्ष्मी नारायण (हथिन), सुरेश कुमार (बाडरा), जसपाल सिंह (बिलासपुर), नवीन कुमार (चरखी दादरी), सुरिंदर सिंह (कनीना), कृष्ण कुमार (गुहला), रणबीर सिंह (होडल), होश्यार सिंह (रेवाड़ी ) और अशोक कुमार (इंद्री ) और 2019 बैच रजिस्टर सी  (अर्थात डीडीपीओ/बीडीपीओ) से एच.सी.एस. में प्रोमोट हुए 5 अधिकारी- सुरेश रवेश (कालांवाली), विशाल (झज्जर ), कपिल कुमार (कैथल), जितेन्द्र सिंह (बावल) और अनुभव मेहता (करनाल) शामिल हैं. 

हेमंत ने आगे बताया कि जहाँ तक नव-नियुक्त आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा)  अधिकारियों का विषय है, तो मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी से प्रथम चरण की ट्रेनिंग पूरी कर जब वह उन्हें आबंटित प्रदेश कैडर में आते हैं, तो उन्हें सर्वप्रथम जिले में असिस्टेंट कमिश्नर (अंडर ट्रेनिंग) अर्थात  सहायक आयुक्त(प्रशिक्षण पर ) तैनात किया जाता है जिसके बाद उन्हें जूनियर स्केल तक अर्थात आईएएस सेवा  के प्रथम चार वर्षो तक एस,डी.एम. पद पर ही तैनात किया जाता है.  

अब हरियाणा में मौजूदा व्यवस्था अनुसार न  केवल आईएएस अधिकारी अपने सेवा के आरंभिक 4  वर्षो तक  बल्कि प्रदेश सिविल सेवा के अर्थात एचसीएस अधिकारी भी सेवा के प्रथम 4 वर्षों में  एस.डी.एम.  पद पर तैनात हो रहे  हैं.