हरियाणा के इस स्कूल में केवल एक बच्चा हुआ पास,सारा स्कूल हो गया फ़ैल ! भड़के ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर जड़ा ताला !

Only one child passed in this school of Haryana, the whole school failed! Angry villagers locked the school gate!

 
गांव नांगल माला में एक मामला सामने आया है जिसमें दसवीं कक्षा की परीक्षा में मात्र एक बच्चा पास हुआ है। रिजल्ट आने के बाद ग्रामीण भी काफ़ी रोष में है और आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को स्कूल में ताला जड़ दिया।

HARDUM HARYANA NEWS

महेंद्रगढ़ :-

जैसा कि आप सभी को ज्ञात है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) की तरफ से दसवीं और बाहरवीं कक्षा के नतीजे घोषित किये गए है। लम्बे वक़्त से प्रतीक्षा कर रहे विद्यार्थियों का इंतज़ार अब जाकर समाप्त हुआ। दसवीं कक्षा के परिणाम के बारे में बात करें तो इस बार 10वीं में 65.43 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए. कहीं कहीं बच्चों ने Top किया तो कहीं बच्चे फेल हो गये। महेंद्रगढ़ जिले के गांव नांगल माला में सरकारी स्कूल का दसवीं क्लास का रिजल्ट बेहद निराशाजनक है।

स्कूल पर जड़ दिया ताला

गांव नांगल माला में एक मामला सामने आया है जिसमें दसवीं कक्षा की परीक्षा में मात्र एक बच्चा पास हुआ है। रिजल्ट आने के बाद ग्रामीण भी काफ़ी रोष में है और आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को स्कूल में ताला जड़ दिया। जिसके बाद गांव के सरपंच व SMC के सदस्य ने ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि आगे से विद्यालय में अच्छी पढ़ाईऔर Extra Classes की तरफ ध्यान दिया जाएगा और ताला खुलवाया।

10 छात्रों में से मात्र एक बच्चा पास

आपको बता दें कि इस सरकारी स्कूल के 10 छात्र  10वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल हुए थे जिनमें से केवल एक ही बच्चा पास हुआ है। 6 बच्चों की कंपार्टमेंट आई है और तीन फेल हो चुके है। 10 में से 9 बच्चे मैथ के पेपर में Fail हैं, ऐसे में ग्रामीणों में भारी रोष और आक्रोश है। SMC प्रधान जयकुमार ने बताया कि दसवीं का रिजल्ट खराब आने से आज ग्रामीणों ने स्कूल की तालाबंदी कर दी। जिस पर हम वहाँ पहुंचे और आगे से स्कूल में अच्छी पढ़ाई व एक्सट्रा क्लासेस का आश्वासन देकर ग्रामीणों कों शांत किया और ताला खुलवाया।

सितम्बर में हुई गणित के अध्यापक की नियुक्ति

स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि इस स्कूल में पिछले काफी वक़्त से गणित के अध्यापक का पद खाली था, जिस पर सितंबर में ही Maths के अध्यापक कों नियुक्त किया गया है। परीक्षा  के लिए ज्यादा वक़्त नहीं कम  था जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई कम हुई और ऐसा परिणाम आया। आगे से हम बच्चों को एक्स्ट्रा क्लासेस देकर इनके साथ कड़ी मेहनत करेंगे और अच्छी पढ़ाई करवाएंगे जिससे आने वाले सालों में बेहतर परिणाम आए।