हरियाणा के इन भाइयों ने 4 जोड़ी जूते बना खड़ी कर दी देश की बड़ी कम्पनी, आज है 600 करोड़ का कारोबार

 


 हरियाणा के करनाल शहर के कमेटी चौक पर स्थित 'पाल बूट हाउस' से निकली एक कहानी जो आज देश भर में जानी जा रही है। साल 1944 में धर्मपाल गुप्ता और पुरुषोत्तम गुप्ता ने एक जूते की दुकान शुरू की थी। इस छोटी शुरुआत से लेकर आज तक, वे 'लिबर्टी शूज' ब्रांड के संघर्ष और सफलता की यात्रा को याद करते हैं। 


प्रारंभ में, हाथों से जूते बनाने के कारण, उन्हें दिन में तीन से चार जोड़ी जूते ही बन पाते थे। इस वक्त उनका लक्ष्य था लोगों को स्वदेशी उत्पादों से जोड़ना। 
साल 1954 में, भाई भांजे का साथ मिला और उन्होंने तकनीक को बदलकर जूते बनाने की व्यापकता बढ़ाई। 'लिबर्टी शूज' नाम के द्वारा कंपनी की नींव रखी गई। 

जूतों की डिजाइनिंग में केंद्रित रहकर, उन्होंने नॉन लेदर शूज भी उत्पन्न किए। साल 1989 में, लिबर्टी कंपनी ने 35 करोड़ रुपए का वार्षिक टर्नओवर प्राप्त किया और आज दुनिया भर में 407 आउटलेट्स और 25 देशों में कारोबार चल रहा है।
लिबर्टी कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बेहतर जीवन की संभावना दी और देशी उत्पादों का प्रमोश किया। आज, वे अब न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी अपने अध्याय को बढ़ा रहे हैं।