pm modi करेंगे 12 नई वन्दे भारत ट्रेन का उद्घाटन , ₹85,000 करोड़ की रेलवे परियोजनाएं भी लॉन्च होंगी

 


वंदे भारत एक्सप्रेस: ​​पीएम नरेंद्र मोदी 12 मार्च को अहमदाबाद में एक समारोह में 85,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 6000 रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित/शिलान्यास करेंगे। 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी

वंदे भारत एक्सप्रेस: ​​प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को अहमदाबाद, गुजरात में एक समारोह में राष्ट्र को 85,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 6000 रेलवे परियोजनाओं को समर्पित/शिलान्यास करेंगे। यह समारोह बड़े पैमाने पर यानी देशभर में 764 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। समारोह का स्टेशनों पर 10,000 डिजिटल स्क्रीन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।

प्रधानमंत्री रेलवे फैक्ट्री, लोको शेड, पिट लाइन्स/कोचिंग डिपो; फलटन-बारामती नई लाइन और इलेक्ट्रिक ट्रैकिंग सिस्टम और दो नए खंडों के उन्नयन कार्य की आधारशिला रखना, पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का नया खुर्जा-सनेहवाल खंड (401 मार्ग किमी) और पश्चिमी का न्यू मकरपुरा-न्यू घोलवड खंड (244 मार्ग किमी) डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) और वेस्टडोर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के अहमदाबाद में संचालन नियंत्रण केंद्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।


 

10 नई वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री 10 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी देंगे, जिसमें पश्चिम रेलवे की अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है। प्रधानमंत्री अहमदाबाद-जामनगर वंदे भारत एक्सप्रेस सहित चार वंदे भारत ट्रेनों के ओखा तक विस्तार को भी हरी झंडी देंगे। प्रधानमंत्री आसनसोल और हटिया तथा तिरूपति और कोल्लम स्टेशनों के बीच दो नई यात्री ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।

प्रधानमंत्री विभिन्न स्थानों – न्यू खुर्जा जंक्शन, साहनेवाल, न्यू रेवाड़ी, न्यू किशनगढ़, न्यू घोलवड और न्यू मकरपुरा से समर्पित माल गलियारों पर मालगाड़ियों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।

50 PM जनऔषधि केंद्रों की शुरुआत
प्रधानमंत्री रेलवे स्टेशनों पर 50 प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये जन औषधि केंद्र लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराएंगे। पश्चिम रेलवे के चार स्टेशनों अंकलेश्वर, वलसाड, महेसाणा और रतलाम पर पीएमबीजेके स्थापित किए गए हैं।


 

51 स्पीड पावर मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल भी लॉन्च किया गया
प्रधानमंत्री 51 गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये टर्मिनल परिवहन के विभिन्न तरीकों के बीच माल की निर्बाध आवाजाही को बढ़ावा देंगे। इनमें से सात (7) पीएम स्पीड पावर कार्गो टर्मिनल पश्चिम रेलवे पर समर्पित किए जाएंगे। इनमें विरोचानगर, बेचराज, वधरवा, सुरबारी, लिलिया मोटा, दहेज और वर्नामा में गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल शामिल हैं।

प्रधानमंत्री 80 खंडों में 1045 रूट किमी स्वचालित सिग्नलिंग राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस उन्नयन से ट्रेन संचालन की सुरक्षा और दक्षता में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री 2646 स्टेशनों पर रेलवे स्टेशनों की डिजिटल कंट्रोलिंग भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इससे ट्रेनों की परिचालन दक्षता और सुरक्षा में सुधार होगा।

35 रेल कोच रेस्तरां
प्रधानमंत्री 35 रेल कोच रेस्तरां राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें अंधेरी और बोरीवली में पश्चिम रेलवे के रेल कोच रेस्तरां भी शामिल हैं। रेल कोच रेस्तरां का लक्ष्य रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के अलावा यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है।


 

1500 से अधिक वन स्टेशन वन उत्पाद
प्रधानमंत्री देश भर में फैले 1,500 से अधिक एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें से 89 एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल पश्चिम रेलवे में हैं, जिनमें 34 मुंबई उपनगरीय स्टेशन भी शामिल हैं। ये स्टॉल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देंगे और स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों के लिए आय उत्पन्न करेंगे। इस समारोह के माध्यम से बढ़ई, सुनार, लोहार, धोबी, दर्जी आदि सहित 6 लाख से अधिक विश्वकर्मा श्रमिक सीधे पीएम से जुड़ेंगे।

प्रधानमंत्री 975 स्थानों पर सौर ऊर्जा संचालित स्टेशन/भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह पहल भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान देगी और रेलवे के कार्बन पदचिह्न को कम करेगी।

229 गुड्स शेड
प्रधानमंत्री 229 गुड्स शेड राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें से छह (6) गुड्स शेड पश्चिम रेलवे पर हैं। इनमें उधना, असरावा, नरोदा, राधनपुर, धोसावास और नीमच के गुड्स शेड शामिल हैं। नए अच्छे शेड स्थापित कर नया ट्रैफिक जोड़ा जाएगा। भारतीय रेलवे ने अब तक 1476 मिलियन टन लोडिंग हासिल की है जो पिछली अवधि की तुलना में 70 मिलियन टन अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष में, पश्चिम रेलवे 108 मिलियन टन से अधिक की कुल लोडिंग हासिल करके 100 मिलियन टन क्लब में प्रवेश करने वाला पहला गैर-कोयला बेल्ट जोनल रेलवे बन गया। इस वर्ष भी, पश्चिम रेलवे 100 मिलियन टन माल लदान के आंकड़े को पार करने की राह पर है।


 

कार्यक्रम के दौरान प्रधान मंत्री द्वारा नए विद्युतीकृत खंडों का समर्पण, पटरियों का दोहरीकरण/मल्टी-ट्रैकिंग, रेलवे गुड्स शेड, वर्कशॉप, लोको शेड, पिट लाइन/कोचिंग डिपो का विकास जैसी कई अन्य परियोजनाएं भी शुरू की जाएंगी। ये परियोजनाएं आधुनिक और मजबूत रेलवे नेटवर्क बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। इस निवेश से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।