घुड़सवारी में चैम्पियन है हुड्डा घराने की यह बहू
हरियाणा के सियासी दिग्गजों के परिवार की महिलाओं की कहानियां भी उतनी ही दिलचस्प होती हैं जितनी कि उनके पति या ससुरालवालों की। आज हम आपको श्वेता हुड्डा के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न सिर्फ एक प्रभावशाली परिवार की सदस्य हैं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की घुड़सवार भी हैं।
श्वेता हुड्डा का परिवार
श्वेता हुड्डा का परिवार देश के दो बड़े सियासी घरानों से जुड़ा है। उनके दादा, नात्थूराम मिर्धा, राजस्थान के दिग्गज जाट नेता थे, जो नागौर से पांच बार सांसद बने। उनकी बहन, ज्योति मिर्धा, नागौर से सांसद हैं। श्वेता की शादी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बेटे, दीपेंद्र हुड्डा से हुई है। दीपेंद्र भी तीन बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं और वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य हैं।
श्वेता की घुड़सवारी में सफलता
श्वेता हुड्डा को बचपन से ही घुड़सवारी का शौक था, और उन्होंने इस शौक को एक पेशेवर खेल के रूप में अपनाया। वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी चैम्पियनशिप्स में भाग ले चुकी हैं और कई गोल्ड, सिल्वर और अन्य पदक जीत चुकी हैं। 2019 में, जब श्वेता ने दिल्ली में आयोजित विश्व घुड़सवारी चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, तब उन्होंने भारत की पहली महिला घुड़सवार बनने का गौरव हासिल किया। यह उनकी घुड़सवारी की यात्रा में एक अहम मोड़ था।
श्वेता के अन्य क्षेत्रों में योगदान
श्वेता की शिक्षा भी बहुत प्रभावशाली है। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से कॉमर्स में मास्टर डिग्री की और फिर अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने रॉबर्ट हॉल्फ इंटरनैशनल कंपनी में काम किया और इंडिया बुल्स कंपनी में वित्तीय मामलों का संचालन किया। इसके अलावा, श्वेता का रिटेल बिजनेस में भी गहरा हाथ है, और वे पानी की समस्या पर भी अध्ययन कर चुकी हैं।
श्वेता की संपत्ति और व्यक्तिगत जीवन
श्वेता के पास कई बड़े संपत्ति निवेश हैं। उनके पास कुल 1 करोड़ 17 लाख रुपए कीमत की ज्वैलरी, एक फोर्ड एंडवेर गाड़ी, और जोधपुर, जयपुर, समालखा में जमीन के अलावा जयपुर में दो प्लॉट्स हैं। दिल्ली के फिरोजशाह रोड पर उनके पास दो फ्लैट्स हैं, जिनकी कीमत करीब 4 करोड़ रुपए है।
हालांकि, वे राजनीति से पूरी तरह दूर हैं, लेकिन चुनावों के समय वे प्रचार में जरूर हिस्सा लेती हैं। श्वेता सोशल मीडिया पर फेसबुक पर मौजूद हैं, लेकिन वे अधिक सक्रिय नहीं हैं, और अपनी घुड़सवारी से संबंधित पोस्ट ही साझा करती हैं।
श्वेता हुड्डा न केवल एक कुशल घुड़सवार हैं, बल्कि एक सफल कारोबारी भी हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में सफलता का आधार उसके जुनून और कड़ी मेहनत से होता है, चाहे वह राजनीति से दूर ही क्यों न हो।