एक जुलाई से नए कानूनों के तहत करे कार्रवाई :- दीपक सहारन, आईपीएस - पुलिस अधीक्षक हिसार
 

 

पुलिस अधीक्षक हिसार श्री दीपक सहारन, आईपीएस द्वारा आज आधिकारिक मेस हिसार में अपराध समीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुमार मोहन, सभी पुलिस उप अधीक्षक, थाना, चौकी और अपराध यूनिट प्रभारी शामिल हुए। 


     अपराध समीक्षा गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक महोदय कहा कि कानूनों में बदलाव हो रहा है। एक जुलाई के बाद कोई भी शिकायत आती है तो नए कानूनों के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करे। 1 जुलाई से इंडियन पीनल कोड (IPC) की जगह भारतीय न्याय संहिता, क्रिमिनल प्रोसीजर कोड (CrPC) की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हो जाएगा। सभी थाना प्रबंधकों को नए कानूनों से संबंधित किताबे उपलब्ध करवाई गई है। पुलिस थानों में तैनात सभी कंप्यूटर ऑपरेटर, थाना मोहरर को भी प्रशिक्षित किया गया है। अपराध समीक्षा गोष्ठी में सहायक पुलिस अधीक्षक डॉक्टर राजेश कुमार मोहन ने मीटिंग में उपस्थित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को नए तीनों कानूनों के बारे में विस्तार से बताया। 


   अपराध समीक्षा गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक महोदय ने अपराधिक आंकड़ों की तुलनात्मक समीक्षा करते हुए पिछली अपराध समीक्षा गोष्टी में उठाए गए बिंदुओ पर थानावार चर्चा की। उन्होंने कहा कि थाना में आने वाली सभी शिकायतों का समय पर निस्तारण करे। थाने में आनी वाली प्रत्येक शिकायत का विधिवत रूप से इंद्राज कर शिकायतकर्ता को उसकी रसीद देना सुनिश्चित करे व उस पर तुरंत कार्रवाई की जाए। लंबित PM, CM, HM विंडो और सरल पोर्टल पर आई शिकायतों का समयावधि में निपटारा करे। सभी शिकायतों का फीडबैक लिया जा रहा है। जिस पर विशेष नजर रखी जा रही है। 


    पुलिस अधीक्षक महोदय ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि सभी थानों में आगंतुक रजिस्टर लगाए। थाने में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की इंट्री करे।  नशीले पदार्थों का व्यापार करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर बरामदगी सुनिश्चित करे। नशा करने के हॉटस्पॉट की पहचान करे। नशे के आदी नागरिकों की पहचान कर उनका इलाज करवाए। सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन, जुआ या किसी भी तरह को अनैतिक गतिविधियां अपने क्षेत्र में न चलने दे। अपना काम ईमानदारी से करे। सभी थाना प्रबंधक और चौकी प्रभारी अपने अपने क्षेत्र में दुष्चरित्र व्यक्तियों की निगरानी करे। अपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों पर लगातार कार्रवाई करते हुए  हिस्ट्रीशीट खोले। इन आदतन अपराधियों को लगातार चेक करते रहे व इनके खिलाफ आपराधिक मामलों की जांच की जावे।  


    पुलिस कर्मचारियों के कल्याण बारे में भी चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि थाने में पुलिस कर्मचारियों के किसी भी प्रकार की दिक्कत नही होनी चाहिए। उनके स्वास्थ्य व सेहत का ध्यान रखते हुए अपने स्तर पर जरुरी कदम उठाए। जो भी पुलिस कर्मचारी या उनके परिवार का सदस्य नशे से पीड़ित है उसका इलाज करवाया जायेगा। हमें पुलिस की छवि को ओर अधिक बेहतर बनाने की दिशा मे कार्य करना है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर बिना किसी संकोच के उनसे मिल सकते है।