आचार संहिता हटते ही बड़े पैमाने पर इन नेताओं को हरियाणा में मिल सकती है कुर्सी ! जानिए पूरी जानकारी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आचार संहिता हटने के बाद अपनी सरकार में कई बदलाव कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि सरकार राज्य में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद चेयरमैन के खाली पदों पर बीजेपी के कई वफादारों को नियुक्त कर सकती है. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि आचार संहिता हटने के बाद सैनी सरकार में बदलाव हो सकता है.
इस दौरान कई अधिकारियों के तबादले भी होने तय हैं। बताया जा रहा है कि आचार संहिता हटने और कई बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल भी संभव है. कई जिलों के उपायुक्त और एसपी बदले जा सकते हैं. मुख्यालय में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों को भी बदला जाना है। गौरतलब है कि चुनाव के दौरान कई अधिकारियों को शिकायतें मिली हैं. बीजेपी जिला अध्यक्षों ने सीएम को अधिकारियों की सूची भी सौंपी है. इन पर मंथन किया जा रहा है. जून के अंत तक अधिकारियों के तबादले हो जायेंगे.
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने के बाद जेजेपी कोटे के कई चेयरमैन पद खाली हो गए हैं. इन पदों पर नेताओं के इस्तीफे के दौरान आचार संहिता लागू हो गई थी. इसलिए उस अवधि में नियुक्ति नहीं हो सकी. ऐसे में अब सीएम अपनी टीम के कई सदस्यों को भी एडजस्ट करेंगे. इसके अलावा लोकसभा चुनाव में कड़ी मेहनत करने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी इनाम के तौर पर अध्यक्ष पद दिया जा सकता है.
लोकसभा चुनाव लड़ते समय रणजीत चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन बिजली मंत्री पद से नहीं. लोकसभा नतीजों के बाद उनके बिजली मंत्री का पद छोड़ने की संभावना है। इससे बिजली मंत्री का पद खाली हो जाएगा. अटकलें हैं कि मंत्री पद बीजेपी विधायक भव्य बिश्नोई या निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत को दिया जा सकता है.