किसानों पर हुए अत्याचार को विडियो वैन के द्वारा गांव-गांव में दिखाया जाएगा‌ : लखविंद्र औलख

Atrocities on farmers will be shown in every village through video vans: Lakhvindra Aulakh
 
* आंदोलन-2 के 100 दिन पूरे होने पर 22 मई को सभी मोर्चो पर लाखों की संख्या में पहुंचेंगे किसान व मजदूर  
 

सिरसा, 3 मई।

भारतीय किसान एकता बीकेई कोर कमेटी की मीटिंग लखविंद्र सिंह औलख की अध्यक्षता में सिरसा में सम्पन्न हुई, जिसमें किसान आंदोलन-2 को मजबूत करने के लिए

चर्चा हुई। इस दौरान औलख ने कहा कि 22 मई को आंदोलन को 100 दिन पूरे होने पर लाखों किसान आंदोलन में भाग लेंगे और मांगें लागू करवाने तक आंदोलन जारी

रहेगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा की जेल में बंद किसान अनीश खटकड़, नवदीप सिंह, गुरकीरत सिंह की रिहाई के लिए तथा आंदोलन में सरकार द्वारा किए गए

अत्याचारों को जन-जन तक दिखाने के लिए जल्द ही सिरसा लोकसभा क्षेत्र में किसान यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें शंभू, खनौरी बॉर्डर व लखीमपुर खीरी में किसानों पर

हुए अत्याचारों के बारे में वीडियो वैन के माध्यम से व होंडिग लगाकर दिखाया जाएगा। इसके लिए यात्रा कमेटी का गठन कर दिया गया है, जल्द ही यात्रा की तारीख व

रूट तय होंगे। वहीं उन्होंने कहा कि मोर्चे के आह्वान पर सत्ता पक्ष व विपक्ष से शांतिपूर्ण तरीके से सवाल पूछने का सिलसिला जारी रहेगा।


औलख ने कहा कि 13 फरवरी से शंभू, खनौरी, डबवाली व रतनपुरा (संगरिया) मोर्चे पर किसान मजदूर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि

चाय बेचते-बेचते प्रधानमंत्री बने माननीय नरेंद्र मोदी ने कई स्टेशन और रेलवे की जगह भेज दी थी। इस लड़ी में सिरसा रेलवे स्टेशन की 7 एकड़ जमीन अदानी को

बहुत कम दामों पर 99 साल के पट्टे पर दे दी है, जो आगे कई गुना दामों पर आमजन को दी जाएगी। जल्द ही जत्थेबंदी इस बारे में संज्ञान लेते हुए प्रदर्शन करेगी। इस

दौरान प्रकाश ममेरा ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सवाल बिल्कुल शांत मैत्री तरीके से किए जाएं। कोशिश करें कि जिस गांव में उम्मीदवार आ रहा है या

पार्टी का कोई नेता आ रहा है, उसी गांव के साथी ही उससे सवाल करें, ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। इस मुख्य पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली,

प्रकाश ममेरा, सरदूल सिंह मोरीवाला, गुरदीप सिंह, दर्शन सिंह, महावीर गोदारा, गुरदेव सिंह सरपंच, भरत सिंह गोदारा, सुखदेव सिंह, जगदीश स्वामी मौजूद रहे।