गुरुद्वारों में फंड के हो रहे दुरुपयोग संबंधी आरटीआई का कमेटी सचिव ने नहीं दिया जवाब
सिरसा।
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेशभर के गुरुद्वारों की देखरेख के लिए बनाई गई
हरियाणा गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी द्वारा गुरुद्वारों के फंड का दुरुपयोग किए जाने के मामले में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी रजि. के महासचिव गुरचरण सिंह
द्वारा लगाई गई आरटीआई का करीब 10 माह बीतने के बाद भी कोई जवाब नहीं दिया गया है।
गुरचरण सिंह ने बताया कि सिखों ने संघर्ष के लिए 2003 में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी रजि. करवाई।
इसके बाद हरियाणा सरकार ने 2014 में इस कमेटी को हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी एक्ट बना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि
सुप्रीम कोर्ट के फसले के बाद मुख्यमंत्री हरियाणा ने इस कमेटी में ऐसे लोगों को मैनेजमेंट में शामिल कर लिया, जोकि मौका परस्त हंै
और प्रदेशभर के गुरुद्वारों के फंड का जमकर दुरुपयोग कर रहे हंै। उन्होंने दिसंबर 2023 में आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी कि 2023 में कितने सदस्यों को
टीए/डीए दिया गया है। कमेटी की ओर से कितनी गाडिय़ां खरीदी गई और कितनी राशि में खरीदी गई। जिन कर्मचारियों को रखा गया है, उनका आधार क्या है।
करीब 10 माह तक भी कमेटी सचिव द्वारा आरटीआई का जवाब नहीं देने पर उन्होंने कुरुक्षेत्र के उपायुक्त से संपर्क किया, जिसपर उन्होंने अपील दायर करने का
सुझाव दिया। इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2023 में अपील दायर की, लेकिन अपील का भी अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। गुरचरण सिंह ने कहा कि अब
उन्होंने इस संबंधी मुख्यमंत्री को शिकायत भेजने का मन बनाया है, क्योंकि तमाम मैंबर सरकार की देखरेख में ही नियुक्त किए गए थे।