प्राचीन शनि धाम में फर्श पर टाइलें लगाने का काम
 

Work of laying tiles on the floor in ancient Shani Dham
 

सिरसा।

नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम में फर्श पर टाइलें लगाने का काम शुरू किया गया।

जल्द ही मंदिर परिसर के फर्श व दीवारों पर टाइलें लगाकर इसे और अधिक भव्य रूप दिया जाएगा।

सुबह मंदिर पुजारी चंद्रमोहन भृगुवंशी, ट्रस्ट पदाधिकारी आनंद भार्गव, दीपक भार्गव, गौरव, राम अवतार व अन्यों ने पूजा के पश्चात फर्श पर टालने लगाने के काम का आरंभ

करवाया। वर्णनीय है कि नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन शनि धाम हरियाणा के एतिहासिक मंदिरों में से एक हैं और करीब 250 साल पुराना है। मंदिर को श्रद्धालुओं के द्वारा

जीणोद्धार के बाद भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है।


मंदिर पुजारी चंद्रमोहन भृगुवंशी, आनंद भार्गव ने बताया कि

जीणोद्धार के बाद शनि धाम और अधिक आलौकिक रूप धारण कर चुका है।

पूरे मंदिर परिसर को सफेद रंग की विशेष टाइलों से सजाया गया है।

अब मंदिर के फर्श व दीवारों पर भी सफेद टाइलें ही लगाई जाएगी।

इसके साथ ही मुख्य दरबार के बीच में टाइलों से विशेष तरह का गलीचा तैयार करवाया जाएगा।


उन्होंने बताया कि मंदिर में भगवान श्री शनिदेव के 250 वर्ष पुराने आलौकिक स्वरूप के अलावा भगवान शनिदेव की शिला, नौ वाहनों पर सवार शनि देव जी के नौ स्वरूप,

नवग्रह दरबार आकर्षण का केंद्र है। मंदिर में मां दुर्गा, भगवान शिव के अलावा बाबो सा भगवान व भगवान राम का दरबार भी स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सिरसा

में बाबो सा भगवान का यह एक मात्र मंदिर है। भगवान शनि देव जी की शिगणापुर में विराजित शिला के स्वरूप की तरह यहां भी करीब साढ़े चार फीट ऊंची शिला लगाई गई

है, जिस पर शनिवार को अखंड तेल स्नान चलता है। शनि शिला दरबार में टफन ग्लास लगाया गया है ताकि श्रद्धालु शिला के दूर से ही दर्शन कर सके और इसकी सुंदरता व

पवित्रता बनी रहे। उन्होंने बताया कि श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा सिरसावासियों के सहयोग से यह अद्भूत शनि धाम तैयार हुआ है यह उत्तर भारत का भगवान

शनिदेव के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है ।