किसानों के दिल्ली कूच को रोकने के लिए सरकार अपना रही औच्छे हथकंडे: लखविंद्र सिंह औलख
 

Government is adopting cheap tactics to stop farmers' march to Delhi: Lakhwinder Singh Aulakh
 
 

सिरसा। ‌बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा गैर-राजनीतिक व किसान, मजदूर मोर्चा दोनों की देश भर से लगभग 250 किसान जत्थेबंदिया 13 फरवरी को दिल्ली कूच कर रही हैं। केंद्र सरकार द्वारा पिछले आंदोलन में किसानों व मजदूरों की मानी हुई मांगों को लागू करवाने के लिए दिल्ली कूच की कॉल दी गई है। औलख ने कहा कि भारत देश की चारों दिशाओं से किसान व मजदूर 13 फरवरी को दिल्ली कूच का हिस्सा बनेंगे। औलख ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सभी मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए आंदोलन को रोकने के लिए सारी हदें पार कर रही है। गांवों के गुरुद्वारे व मंदिरों में पुलिस भेज कर उन्हें तुगलकी फरमान सुनाया जा रहा है कि गुरुद्वारों से किसानों के लिए गांव में किसी तरह की अनाउंसमेंट न की जाए।

अगर ऐसा किया तो उनके खिलाफ  कार्रवाई की जाएगी। औलख ने कहा कि गांव वालों ने जब इसकी जानकारी उन्हें दी तो सबसे पहले उन्होंने हरियाणा गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह असंद को फोन पर इसकी जानकारी दी और इस पर संज्ञान लेने के लिए कहा, लेकिन उनकी बातों से उनकी लाचारी झलक रही थी। हम समझ सकते हैं कि सरकार द्वारा बनाया गया अध्यक्ष सरकार के खिलाफ  बोलने से डरता है। पहले इसी प्रधान ने सरकार के कहने पर किसानों के लिए लंगर देने से मना किया था। हम हरियाणा की संगत से भी अपील करना चाहते हैं, अब हमें स्वयं उठना पड़ेगा, क्योंकि बीजेपी सरकार गांव के गुरुद्वारों में भी अपनी मनमानी करने पर उतारू है। किसान जब अपनी फसल की कटाई करता है तो सबसे पहले अनाज गुरुद्वारा के लिए निकलता है, उसके बाद ही मंडी में बेचने के लिए लेकर जाता है। गांव के गुरुद्वारे गांव के किसान, मजदूर व आमजन के सहयोग से चलते हैं। उनपर सरकारी दबाव कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। गांव के सरपंचों को डराया-धमकाया जा रहा है कि गांव से किसानों व मजदूरों को आंदोलन में ना जाने दिया जाए।
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