हरियाणा न्यूज़ : हरियाणा ने अटल भूजल योजना को जन आंदोलन बनाने का निर्णय लिया
चंडीगढ़, 2 फरवरी- हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की अध्यक्ष श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल हरियाणा को भूजल बचाने में अग्रणी राज्य बनाने के लिए बहुत उत्सुक हैं। जल संरक्षण सतत विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है और सरकार इस क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने के लिए कदम उठा रही है। अटल भूजल प्रबंधन योजना 25 दिसंबर को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई एक भूजल प्रबंधन योजना है।
श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने आज पंचकुला में अटल भूजल योजना के तहत राज्य स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। योजना का उद्देश्य समुदायों और संबंधित विभागों को शामिल करके भूजल स्तर में गिरावट को रोकना और भूजल प्रबंधन में सुधार करना है।
श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने इस बात पर जोर दिया कि जल प्रबंधन के लिए हर कोई जिम्मेदार है और हमें इसके लिए राजदूत बनना चाहिए। इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में उपस्थित संबंधित विभागों के सकारात्मक सहयोग से हम सब मिलकर भूजल का प्रबंधन कर सकते हैं।
हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ डाॅ. सतबीर सिंह कादियान ने भूजल की स्थिति, उपलब्धता और प्रबंधन की वैश्विक तस्वीर प्रस्तुत की; उन्होंने जल संसाधनों के कुशल उपयोग के संबंध में अभियान के तहत विभाग द्वारा प्राप्त उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की बर्बादी रोकने के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की और भूजल के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने को कहा है।
श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने जनवरी के लिए अटल भूजल योजना के तहत जिला करनाल की श्रीमती रिंकू शर्मा को 'महीने का सर्वश्रेष्ठ भूजल मित्र' पुरस्कार प्रदान किया।
कार्यशाला में वन विभाग, हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण, बागवानी विभाग, सीजीडब्ल्यूबी, मिकाडा, स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग और सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग हरियाणा के अधिकारियों ने भाग लिया।