धूमधाम से मनाया भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव

Lord Krishna's birth anniversary celebrated with pomp
 
ैअहंकार का नाश करती है श्रीमद्भागवत कथा: योगेंद्र कृष्ण महाराज
 
सिरसा। श्री गौशाला में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के चाथे दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्म का वृतांत सुनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव कथास्थल पर धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की, के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने.नाचने लगे। इस अवसर पर कथावाचक  पंडित योगेंद्र कृष्ण महाराज ने कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने मात्र से हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथावाचक ने कहा कि भागवत कथा एक ऐसी कथा है, जिसे ग्रहण करने मात्र से ही मन को शांति मिलती है। भागवत कथा सुनने से अहंकार का नाश होता है। भागवत कथा के आयोजन से श्रद्धालुओं में खुशी का माहौल है। कथा वाचक ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के बाद सभी को माखन मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान शहर की कई महान विभूतियों को कथावाचक द्वारा पटका पहनाकर व नारियल का प्रसाद देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सुशील कंदोई महासचिव नंदी शाला केलनिया, बिमला सिंवर, गुरदीप सैनी सहित समस्त गौशाला कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे।