शहीद शुभकरण सिंह के परिवार को मिला 1 करोड़ रुपये का मुआवजा,बहन को मिला सरकारी नौकरी का ज्वाइनिंग लैटर

 

शहीद शुभकरण सिंह के परिवार को मिला 1 करोड़ रुपये का मुआवजा
बहन को मिला सरकारी नौकरी का ज्वाइनिंग लैटर


-शहीद राष्ट्र की धरोहर हैं, शहीदों के परिवारों के साथ दुख-सुख में खड़ा रहना किसान संगठनों का प्राथमिक कर्तव्य है
-भाजपा किसानों के प्रति नफरत को छोडक़ नवदीप सिंह जलवेड़ा को रिहा करें: लखविंदर सिंह औलख


सिरसा। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक भारत एवं किसान मजदूर मोर्चा द्वारा आज किसान भवन में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। 21 रवरी को शुभकरण सिंह जो कि खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा सरकार की गोली से शहीद हुआ था, पंजाब सरकार ने शुभकरण सेन को शहीदी का दर्जा, परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। इसलिए दोनों मोर्चों ने 12 जुलाई को डीसी और एसएसपी कार्यालय बठिंडा को घेरने की घोषणा की थी।

किसान मोर्चे के दबाव के चलते पंजाब प्रशासन ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ एसकेएम गैर राजनीतिक, केएमएम जगजीत सिंह दल्लेवाल मंजीत सिंह राय, सुखजीत सिंह हरदोझंडे, काका सिंह कोटरा, लखविंदर सिंह औलख, मंजीत सिंह घुमना, अनीश खटकड़ शामिल हैं। टोल, हरिकेश जींद व शहीद शुभकरण सिंह के परिवार के साथ चंडीगढ़ में मीटिंग करवाई। मीटिंग में मुख्यमंत्री ने शहीद शुभकरण सिंह के पिता चरणजीत सिंह एक करोड रुपए का चेक सौंपा और बहन गुरप्रीत कौर को आज से पंजाब पुलिस में नौकरी का ज्वाइनिंग लेटर सौंपा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि आने वाले विधानसभा के सत्र में प्रस्ताव पारित करके शुभकरण सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बैठक में कहा कि शहीद शुभकरण सिंह के नाम पर गांव बल्लों में खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाए और गांव के स्कूल को अपग्रेड करके स्कूल का नाम शहीद शुभकरण सिंह के नाम पर रखा जाए तथा मुख्य सडक़ से शहीद शुभकरण के घर तक पक्की सडक़ का निर्माण कराया जाए।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने इन सभी मांगों सहमति जताई और जल्द ही इन पर काम शुरू करने की बात कही। किसान नेताओं ने आगे बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा मांग मानने के बाद 12 जुलाई को बठिंडा में होने वाला घेराव का कार्यक्रम रद्द किया जाता है। लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि खनोरी बॉर्डर पर हरियाणा की भाजपा सरकार की गोली से शहीद हुए किसान शुभकरण सिंह के परिवार को पंजाब सरकार ने अपने वादे की मुताबिक परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड़ रुपए वित्तीय सहायता दी है। आने वाले विधानसभा सत्र में शहीदी का दर्जा भी दिया जाएगा,

लेकिन दूसरी तरफ हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा किसानों की मांगें मानने की बजाय उन पर अत्याचार किए गए, जिन किसानों पर गोलियां चलाई, उन्हीं पर झूठे मुकदमे दर्ज करके उन्हें जेल में बंद कर रखा है। हरियाणा सरकार किसानों के प्रति अपनी नफरत को छोड़ते हुए युवा किसान नवदीप सिंह जलवेड़ा को रिहा करें, नहीं तो 17 व 18 जुलाई को अंबाला के एसपी कार्यालय का घेराव होगा, जिसमें पूरे उत्तरी भारत से बड़ी संख्या में किसान, मजदूर व युवा साथी पहुंचेंगे।
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