MP Weather : अगले 3 दिन तक इन 24 जिलों में शान की चमक के साथ होगी बारिश , जानिए पूरे सप्ताह का हाल
 

MP Weather: There will be rain with splendor in these 24 districts for the next 3 days, know the condition of the entire week.
 
 

आज का मौसम अपडेट: नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद मध्य प्रदेश के कई जिलों में इसका असर रहेगा। वेदर सिस्टम के प्रभाव से 19 अप्रैल से 21 अप्रैल तक मध्य राजधानी भोपाल, जबलपुर सहित 24 जुलाई को भव्यता और नई चमक के साथ बारिश की संभावना है। बारिश के साथ तूफान तूफान का असर है।

मध्य प्रदेश के मौसम विभाग का सिद्धांत है कि आज गुरुवार को प्रदेश के सभी स्थानों का मौसम शुष्क और आकाश साफ बने रहने का अनुमान है। कहीं भी बारिश या तूफान की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। हालांकि शाम को बादल छा सकते हैं, कहीं-कहीं आतिशबाजी हो सकती है, लेकिन 19 अप्रैल से कुछ जगहों पर नए सिस्टम के सक्रिय होने के साथ ही वज्रपात और तेज हवाओं के साथ तेज हवाओं के चलने की संभावना जताई गई है। 23 अप्रैल को इस सिस्टम का असर दिखने की संभावना है। कम होगा और फिर 24 अप्रैल से गर्मी और लू पर संकट मंडराने लगा है।

अगले 3 दिन तक इन चॉकलेट में बारिश-आंधी

मध्य प्रदेश मौसम विभाग के, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 19 से 21 अप्रैल के बीच सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, छिन्दवाड़ा, डिंडोरी, पांढुर्ना और बालाघाट में ग्रेग-चमक के साथ हल्की बारिश होगी। राजधानी भोपाल, डोरा, मैसूर, बस्तर, जबलपुर, झाबुआ, रतलाम, धार, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, सागर रायसेन, बैतूल में बारिश की संभावना है।

20 अप्रैल को बैतूल, छिन्दवे, पांढुर्णा और डिंडोरी में आंधी के साथ तेज बारिश हो सकती है। 21 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, नरसिंहपुर, छिन्दवे, पांढुर्णा और सिवनी में बारिश होने का अनुमान है।

मौसम विभाग क्या है

एमपी के मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास हवा के ऊपरी हिस्से में मील के रूप में बनाया गया है, इसके अतिरिक्त विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक एक द्रोणिका भी बनी हुई है। ईरान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते हुए पर्यटन से लेकर समुद्र तट तक, शुक्रवार को मध्य प्रदेश पर असर देखने को मिलेगा। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की ओर से भी वृद्धि के संकेत मिले हैं, ऐसे में अप्रैल के अंत में तापमान में गिरावट का असर कम है।