पंजाब के किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच के ऐलान को लेकर पुलिस आयुक्त बी० सतीश बालन व उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने ली प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक
 

-लोगों की सुरक्षा को देखते हुए सभी एसडीएम पुलिस अधिकारियों के साथ बनायें बेहतरीन तालमेल-पुलिस आयुक्त
 
 
-जिला कानून एवं व्यवस्था को किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा भंग
 
- कोई भी हिंसात्मक गतिविधि स्वीकार्य नहीं, लोकतांत्रिक तरीके से करें विरोध-उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार
-पुलिस आयुक्त ने बैठक में पुलिस-प्रशासनिक-विभागीय अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
सोनीपत, 10 फरवरी।                   पंजाब के किसान संगठनों द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली कूच को किए गए ऐलान के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त बी० सतीश बालन व उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने शनिवार को लघु सचिवालय में सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सभी एसडीएम व प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे  अपने क्षेत्र से संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ बेहतरीन तालमेल स्थापित करते हुए संपर्क बनाये रखें। हर प्रकार की स्थिति का एकजुटता के साथ सामना करें। उन्होंने कहा कि जिला मेकं कानून एवं व्यवस्था को किसी भी सूरत में भंग नहीं होने दिया जाएगा।
पुलिस आयुक्त ने जिला के लोगों की सुरक्षा को देखते हुए सभी पहलूओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार भी लगातार किसानों के संपर्क में है और वो किसानों की मांगों को लेकर उनसे बातचीत करने को तैयार है। लेकिन कुछ किसान संगठनों द्वारा 13 फरवरी को दिल्ली जाने की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि उनको रोकने के लिए अंबाला में भी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार का उपद्रव न हो सके। उन्होंने कहा कि जिला में कानून व्यवस्था बनाएं रखने और लोगों की सुरक्षा करने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैयार है। जिला से गुजरने वाले जीटी रोड़ तथा अन्य रोड़ पर पुलिस नाके लगाए गए है ताकि जिला में किसी प्रकार का उपद्रव न हो सके।
बैठक में उपायुक्त डॉ० मनोज कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगे रखने का अधिकार सबका है, लेकिन किसी भी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। लोकतांत्रिक तरीके से किसान अपना विरोध दर्ज करायें। किसी भी तरह की हिंसात्मक गतिविधि स्वीकार्य नहीं होगी। शांति तथा कानून एवं व्यवस्था बनाये रखना हमारी प्राथमिकता है। इसे प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध रखे जायें। उन्होंने निर्देश दिए कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट और उनके साथ नियुक्त पुलिस अधिकारी आपस में मोबाईल नंबरों का आदान-प्रदान अवश्य करें। हर प्रकार की स्थिति को एक-दूसरे से साझा करते हुए जिला प्रशासन को अवगत करवायें।
उपायुक्त ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र का दौरा करें और किसान संगठन से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर उन्हें समझाएं कि कानून व्यवस्था को भंग करना किसी प्रकार का समाधान नहीं है। अगर उन्हें अपनी मांगों को सरकार के सामने रखना है तो वे लोकतांत्रिक तरीके से सरकार से बात करें। इसके अलावा ग्रामीणों को भी जागरूक करें कि वे इस प्रकार के किसी गैस लोकतांत्रिक आयोजन से दूर रहे।
बैठक में एसडीएम गोहाना विवेक आर्य, डीसीपी मनवीर सिंह, डीसीपी गौरव राजपुरोहित, एसडीएम गन्नौर निर्मल नागर, एसडीएम सोनीपत अमित कुमार, एसडीएम खरखौदा ज्योति मित्तल, नगराधीश पूजा कुमारी, एसीपी नरसिंह, एसीपी गोरखपाल राणा सहित पुलिस विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे।