सिरसा में किसानों पर पुलिस ने बरसाई लाठियां! कई किसानों को लिया गया हिरासत में !

Police lathicharged farmers in Sirsa, many farmers were taken into custody!

 

जैसा कि आपको ज्ञात है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री सिरसा के 3 दिवसीय दौरे पर हैं। लेकिन जनसंवाद कार्यक्रम के तहत सिरसा दौरे पर आए सीएम मनोहर लाल के विरोध का सिलसिला जारी है। कार्यक्रम के दूसरे दिन आज डबवाली में हंगामा खड़ा हो गया है।

HARDUM HARYANA NEWS

Sirsa News:

जैसा कि आपको ज्ञात है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री सिरसा के 3 दिवसीय दौरे पर हैं। लेकिन जनसंवाद कार्यक्रम के तहत सिरसा दौरे पर आए सीएम मनोहर लाल के विरोध का सिलसिला जारी है। कार्यक्रम के दूसरे दिन आज डबवाली में हंगामा खड़ा हो गया है।

50 से अधिक किसान मुख्यमंत्री से सरसों खरीद में आ रही परेशानी, सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली न मिलने, आवारा पशुओं की समस्याओं को लेकर मिलना चाहते थे।

लेकिन जब पुलिस ने मिलने नहीं दिया तो किसान बिफर पड़े और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। प्रशासन के अधिकारियों ने 2 किसानों को मांगों के साथ मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति दी थी लेकिन सभी किसान एक साथ मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम में जाने पर अड़ गए, जिसके बाद मामला और बिगड़ गया और हालात बेकाबू हो गए।

पुलिस ने सभी किसानों को लाठीचार्ज के बाद हिरासत में ले लिया गया। किसानों के साथ आशा वर्करों को भी हिरासत में लिया गया है।

चोरमार से आज जन संवाद करने के बाद मुख्यमंत्री ने पहुंचना था डबवाली में अक्सर लेकिन उससे पहले ही किसानों ने पक्के मोर्चे लगा लिए खुईयां मलकाना टोल प्लाजा को बिल्कुल बंद कर दिया।

सीआईडी को भी किसानों की बात का पता नहीं चला और किसान मजदूर इकट्ठे होकर खट्टर सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया इसमें कई किसानों को चोटे आई।

आपको बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तीन दिवसीय जनसंवाद दौरे पर सिरसा व आसपास के क्षेत्र में आए हुए हैं।

कल सिरसा के गांव खेरका में मुख्यमंत्री को जनता का भारी विरोध का सामना करना पड़ा कुछ और तो नहीं गांव में पहले नशे के बारे में मुख्यमंत्री को बताना चाहा तो मुख्यमंत्री यह कहते हुए पल्ला झाड़ते हुए नजर आए कि तुम तो किसी की सिखाई हुई आई हो।आज मुख्यमंत्री चोरमार में जन संवाद को संबोधित करने के बाद जैसे ही वहां से निकले तो दवा ली गांव में किसान में मजदूरों ने इकट्ठे होकर मुख्यमंत्री का विरोध किया वह नारेबाजी की।

कर्नाटक में करारी हार और हरियाणा में मुख्यमंत्री का इस तरह विरोध यह बता रहा है कि 2024 में बीजेपी सरकार के लिए संकेत अच्छे नहीं है।