धानक, बाल्मिकी और मजहबी सिख समाज के प्रतिनिधि अपने सैकड़ों साथियों के साथ इनेलो में हुए शामिल
कौशल रोजगार में नौकरी उनको मिलती है जिनके पास पैसा या सिफारिश है, अनुसूचित जाति समाज के लोगों के पास पैसा और सिफारिश दोनो ही नहीं है
भाजपा द्वारा घोषित उम्मीदवारों पर कहा - भाजपा के इससे खराब हालात क्या होंगे कि जो लोग 35 मिनट पहले शामिल होते हैं उन्हें भाजपा टिकट दे देती है, 2014 में कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद नवीन जिंदल पर कोयला घोटाला करने के आरोप लगाए थे आज वो बयान वायरल हो रहा है
इनेलो के बढ़ते जनाधार से कांग्रेस इतनी बौखला गई है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर उल्टी सीधी पोस्ट डाल कर छवि खराब करने की गंदी और गिरी हुई हरकत कर रहे हैं, कांग्रेस के पास लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं हैं
चंडीगढ़, 26 मार्च। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार की होली ज्यादा महत्वपूर्ण थी क्योंकि भाजपा सरकार ने जात-पात के नाम पर माहौल खराब करने की कोशिश की थी। खासतौर पर मेवात में। लेकिन समय रहते लोगों ने भाजपा के इस षड्यंत्र को भांप लिया और दोनों समुदायों के प्रबुद्ध लोगों नेे आपसी बैठक करके यह फैसला लिया कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को टूटने नहीं देंगे। कल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी हिंदुओं के साथ खूब होली खेली।
अनुसूचित जाति वर्ग हमेशा से जननायक चौ. देवी लाल की नीतियों का समर्थक रहा है और इनेलो की विचारधारा से जुड़ा रहा है। इसी कड़ी में आज धानक और बाल्मिकी समाज के प्रबुद्ध प्रतिनिधियों ने इनेलो में अपनी आस्था व्यक्त की है। धानक समाज के प्रधान धर्मबीर डाबला, राजकुमार लाडवाल, ओमप्रकाश लाडवाल, बंसी कायत, कृष्ण लाडवाल, इंद्रजीत बागड़ी, रामधारी इंदौरा, हवा सिंह खनगवाल, भूप सिंह खनगवाल, शंकर डावला, सतपाल राजा, राजेश मोरवाल, बिंटू सोलंकी, अशोक कुमार धानक, संजय धानक, विश्वास, मनजीत छिछड़ाना और बाल्मिकी समाज के प्रधान रवि चौहान, ओम प्रकाश विशाल बाल्मिकी, धीरज बाल्मिकी, राजकुमार और मजहबी सिख समाज के बूटा सिंह, रणजीत सिंह, कावल सिंह, गुरप्रीत सिंह अपने सैकड़ों साथियों के साथ इनेलो में शामिल हुए। वहीं धर्मबीर बराड़ा भी बीएसपी को छोड़ कर इनेलो में शामिल हुए।
अभय सिंह चौटाला ने धानक, बाल्मिकी और मजहबी सिख समाज के लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि ये वो समाज हैं जिनको भाजपा सरकार सबसे ज्यादा दरकिनार करती है। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। कौशल रोजगार में भी उनको ही नौकरी मिलती है जिनके पास पैसा है या सिफारिश है। इन तीनो समाज के लोगों के पास पैसा और सिफारिश दोनो ही नहीं है। गरीब का बच्चा न पढ़ सके उसके लिए भाजपा सरकार ग्रामीण इलाकों में स्कूल बंद कर रही है। इनेलो जब भी सत्ता में रही तब इन लोगों के बहुत काम किए। इनके हिस्से की नौकरियां इनको दी। चौधरी देवीलाल ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए गांवों में चौपालें बनवाई। गरीब की बेटी की शादी के लिए 5100 रुपए की राशि देने की योजना चलाई।
लोकसभा को लेकर अभय सिंह ने कहा कि कौन किस पार्टी से उम्मीदवार बनेगा उससे हमें फर्क नहीं पड़ता। हम अपने नेताओं और लोगों के सुझाव पर उम्मीदवार बनाएंगे। भाजपा द्वारा घोषित किए गए उम्मीदवारों पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के हालात इससे खराब क्या होंगे कि जो लोग 35 मिनट पहले शामिल होते हैं उन्हें भाजपा टिकट दे देती है। नवीन जिंदल को लेकर कहा कि 2014 में कुरूक्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद नवीन जिंदल पर कोयला घोटाला करने के आरोप लगाए थे आज वो बयान वायरल हो रहा है। भाजपा के पास ऐसी कौन सी मशीन है कि आज उसी कोयला घोटाले का आरोपी भाजपा में आकर पाक साफ हो गया है।
इनेलो के बढ़ते जनाधार से कांग्रेस इतनी बौखला गई है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर उल्टी सीधी पोस्ट डाल कर छवि खराब करने की गंदी और गिरी हुई हरकत कर रहे हैं। कांग्रेस के पास लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं हैं। इन्हें टिकट देने के लिए लोगों को ढूंढना पड़ रहा है। भाजपा के पास भी उम्मीदवार नहीं है। तभी थोड़ी देर पहले पार्टी में आए लोगों को टिकट दे दी। नवीन जिंदल चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे। लेकिन इन्हे डरा कर पार्टी में शामिल किया गया है। भाजपा वाले तो ऐसे हैं कि ये भूपेंद्र हुड्डा को अपना उम्मीदवार बना कर रोहतक से लड़वा देंगे। जिन लोगों ने पहले जेजेपी को वोट दिया था उनमें से 99 प्रतिशत वापिस इनेलो पार्टी में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद परिवर्तन यात्रा जारी रखेंगे और यह यात्रा तब तक जारी रहेगी जब तक भाजपा को सत्ता से नहीं हटा देते और कांग्रेस को सत्ता से दूर नहीं कर देते।
लोकसभा चुनाव को लेकर अभय सिंह चौटाला 27 मार्च को रादौर, लाडवा, शाहबाद, 28 मार्च को थानेसर, पेहवा, चीका, 29 मार्च को कलायत, पुण्डरी, कैथल, 30 मार्च को नरवाना, टोहाना, रतिया, 31 मार्च को भट्टू, ऐलनाबाद, रानिया और 1 अप्रैल को डबवाली, कालांवाली और सिरसा को दौरा करेंगे।