सरकारी कार्यक्रमों का पूर्णतया बहिष्कार करें सरपंच: संतोष बैनीवाल

 

सरकारी कार्यक्रमों का पूर्णतया बहिष्कार करें सरपंच: संतोष बैनीवाल


सिरसा। लोकसभा चुनावों में भाजपा सरकार की हुई किरकिरी से सरकार पूरी तरह से डरी हुई है। लोकसभा चुनावों की मानिंद विधानसभा चुनावों में भी सरकार की दुर्गति न हो, इसके लिए सरकार कोरे आश्वासनों से सभी वर्गों को खुश करने में लगी हुई है। मुख्यमंत्री ने कुछ सरपंचों को बुलाकर जो घोषणाएं की है, उनका सभी सरपंच बहिष्कार करें, यहां तक की सभी सरकारी कार्यक्रमों का सरपंच बॉयकॉट करें। उक्त बातें सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल ने मुख्यमंत्री द्वारा कुछ सरपंचों को बुलाकर करवाए गए कार्यक्रम पर टिप्पणी करते हुए एक प्रेस बयान में कही।

बैनीवाल ने कहा कि जिस प्रकार से सभी सरपंच साथियों ने लोकसभा चुनावों में एकता की मिसाल कायम कर सरकार के मुंह पर जोरदार तमाचा मारने का काम किया है, ठीक उसी प्रकार विधानसभा चुनावों में भी इसी प्रकार संगठित रहकर इस तानाशाही सरकार को सबक सिखाने का काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सरपंचों पर की गई ज्यादती को कोई भी साथी भूला नहीं है। सरपंचों की एकता को देखकर सरकार पूरी तरह से घबरा गई है और सरपंचों को खुश करने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दे रही है। बैनीवाल ने कहा कि आपने सरकार के प्रलोभनों में नहीं आना है

और अपने हक की आवाज को इसी प्रकार बुलंद रखना है। हमें सरकार के समक्ष झुकना नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस निर्दयी सरकार ने हमें तोडऩे का काम किया था और अब भी इस सरकार की वही नीति है और कुछ सरपंचों को बुलाकर एसोसिएशन की एकता को तोडऩे का कुप्रयास किया जा रहा है। सरकार की शातिर चालों को समझते हुए हमें एकजुट रहना है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार 73वें संशोधन के अनुसार सरपंचों को काम करने की पावर देती है तो ठीक, अन्यथा फिर से आंदोलन को खड़ा किया जाएगा। अपने अधिकारों के लिए जो लड़ाई शुरू की गई है, उसे अंजाम तक लेकर जाना है।