कूनों में तीन चीतों के बाद तीन शावकों की मौत, आखिर वजह क्या है?

Three cubs died after three cheetahs in Coon, what is the reason?
 

देश के प्रधानमंत्री ने पिछले साल भारतीय नेशनल पार्क के लिए चीते मंगवाए थे।चीतों  का संरक्षण के लिए भारत सरकार ने काफी मोटा पैसा खर्च किया था।  अब एक ऐसी दुखदाई खबरें आ रही है की कूनो पार्क में चीतों  के मौत हो रही है।  आखिर क्या कारण है क्यों मर रहे हैं चीते।  मध्य प्रदेश के कोनो नेशनल पार्क में 25 मई को दो और चीता बच्चों  की मौत हुई है।  अब इसके बाद 2 दिन पहले भी 1 बच्चे  की मृत्यु हुई थी।  बच्चे हुए 1 शावक हाल फिलहाल उसकी हालत जो है गंभीर बताई जा रही है ।

नबीबिया  और साउथ अफ्रीका से लाए गए 20 में से 3 चीते  पहले ही मर चुके हैं।  70 साल बाद देश में चीतों  की वापसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करवाई थी।  जब 17 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिवस पर नबीबिया  से 8 चीतों  को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में रिलीज किया गया था।  18 फरवरी को साउथ अफ्रीका से भारत और चीतों  को कोनो  पार्क में छोड़ा गया था।  यानी कुल मिलाकर साउथ अफ्रीका से 20 चीते  लाए गए।  नबीबिया से  लाई गई 4 साल की मादा  चिता सासा किडनी इन्फेक्शन होने से मौत हो गई।  वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 अगस्त 2022 को नबीबिया  से लाई गई शाशा  का ब्लड टेस्ट किया गया था। 

जिसमें क्रिएटिनिन का स्तर 400 से ऊपर था । इसलिए पुष्टि होती है कि सासा की किडनी फेल होने की वजह से मौत हो गई । सासा की मौत के बाद चीतों  की संख्या घटकर 19 रह गई।  नबीबिया से लाई  गई मादा  जवाला ने 4 बच्चों को जन्म दिया।  इसके साथ ही कुनो  में शावकों सहित चीतों  की संख्या 23 हो गई । 23 अप्रैल 2023 नर चिता  उदय की दिल के दौरे पड़ने के कारण मृत्यु हो गई।  पीएम रिपोर्ट में बताया गया है कि चीता उदय  की मौत कार्डियक आर्टरी फेल होने की वजह से हुई है।  चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान ने बताया कि हर धमनी में रक्त संचार रुकने की वजह से उदय चीता की मौत हुई है।