अत्याचारों का बदला लेने का समय आ गया है: संतोष बैनीवाल

 

अत्याचारों का बदला लेने का समय आ गया है: संतोष बैनीवाल


जन्मजात भाजपाई रहे चंदू राम घासोलिया ने संतोष बैनीवाल के नेतृत्व में थामा कांग्रेस का दामन


सिरसा। सिरसा लोकसभा प्रत्याशी कुमारी सैलजा के समर्थन में महिला कांग्रेस महासचिव संतोष बैनीवाल ने अपनी टीम के साथ गांव रूपाणा बिश्नोइयान, गीगोरानी व गुसाईआना में प्रचार अभियान चलाकर कां्रेस के समर्थन में मतदान की अपील की। गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में बोलते हुए संतोष बैनीवाल ने कहा कि 25 मई के दिन वोट डालते वक्त वो दिन याद करना है, जब हमारे देश के 750 से अधिक किसान शहीद हुए थे, देश का गौरव कहलाने वाली बेटियों के साथ दुव्र्यवहार हुआ,

सरपंचों पर लाठियां भांजी गई। इस निर्दयी सरकार ने दस साल में किसी को नहीं बक्शा और अपनी कुनीतियों से प्रताडि़त करने का काम किया। बैनीवाल ने कहा कि 36 बिरादरी को एक साथ खड़े होकर कांग्रेस को मजबूत करना है। 2014 में जब कांग्रेस सरकार सत्त्ता में थी तो खिलाडिय़ों के विश्वभर में उदाहरण दिए जाते थे, किसान खुशहाल था। उन्होंने कहा कि ये एक पार्टी की लड़ाई नहीं है, बल्कि आमजन की लड़ाई है। ये बरसाती मेंढक हंै, एक बार फिर आपके पास आएंगे जरूर। बैनीवाल ने कहा कि इस सरकार ने जो अत्याचार जनता पर किए हैं, उनका बदला लेने का समय आ गया है। इसलिए आने वाली 25 मई को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर पार्टी को मजबूती प्रदान करें और सरकार बनाने में सहयोग दें। इस मौके पर चंद्रमोहन बिश्नोई सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे। चंद्रमोहन बिश्नोई ने दोपहर का भोज संतोष बैनीवाल के निवास पर किया।


धोलपालिया में भाजपा का गढ़ टूटा:


भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले गांव धोलपालिया में जन्मजात भाजपाई रहे चंदू राम घासोलिया ने भाजपा छोडक़र महिला कांग्रेस महासचिव संतोष बैनीवाल के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा। संतोष बैनीवाल ने चंदू राम घासोलिया का पार्टी में आने पर पटका पहनाकर स्वागत किया और पूरा मान-सम्मान देने को आश्वस्त किया। इस मौके पर संतोष बैनीवाल ने कहा कि भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले धोलपालिया में अब गढ़ ढहना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि गढ़ किसी के नहीं हुआ करते। समय-समय के साथ-साथ जनता जागरूक हो चुकी है और जनता के बीच रहने वाले और उनकी समस्याओं का निदान करवाने वाले दलों के प्रतिनिधियों को तरजीह दे रही है। बैनीवाल ने कहा कि वो दिन लद गए हंै, अब वक्त बदल गया है, लोगों की सोच बदल गई है।