उपराष्ट्रपति धनखड़ से मिले चौ. देवीलाल के पौत्र एवं विधायक आदित्य देवीलाल

स्व.  चौ. देवीलाल के संघर्ष के साथी रहे हैं जगदीप धनखड़
 
 
किसान, शहरी विकास एवं राष्ट्रहित के मुद्दों को लेकर की चर्चा

उपराष्ट्रपति धनखड़ से मिले चौ. देवीलाल के पौत्र एवं विधायक आदित्य देवीलाल


-किसान, शहरी विकास एवं राष्ट्रहित के मुद्दों को लेकर की चर्चा
-स्व.  चौ. देवीलाल के संघर्ष के साथी रहे हैं जगदीप धनखड़



पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. चौ. देवीलाल के पौत्र एवं डबवाली से इनैलो के विधायक आदित्य देवीलाल ने अपने दादा चौ. देवीलाल के पुराने साथी रहे एवं देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से रविवार को दिल्ली में शिष्टाचार मुलाकात की। इससे पहले भी चौ. देवीलाल परिवार के सदस्य उपराष्ट्रपति धनखड़ से मुलाकातें करते रहे हैं।


गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ चौ. देवीलाल के पुराने साथी रहे हैं और जब चौ. देवीलाल वी.पी. सिंह की सरकार में उपप्रधानमंत्री बने थे तो उस समय उनके साथ धनखड़ भी केंद्रीय मंत्री थे। ऐसे में देवीलाल परिवार के साथ उनके काफी पुराने संबंध रहे हैं। रविवार को डबवाली विधानसभा क्षेत्र के इनैलो विधायक आदित्य देवीलाल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान आदित्य देवीलाल ने जनहित व राष्ट्रहित के अनेक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भेंट करने के उपरांत आदित्य देवीलाल ने कहा कि महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हमेशा देश व समाज के अधिकारों को सर्वोपरि रखते हुए प्रत्येक व्यक्ति को नम्र भाव से झुककर सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि जब भी वे उनसे मिलते हैं,

उनके इस स्नेह भाव के आगे नतमस्तक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज की मुलाकात के दौरान भी जनहित व राष्ट्रहित के मुद्दों सहित वर्तमान विषयों पर चर्चा की। आदित्य ने कहा कि उपराष्ट्रपति धनखड़ एक किसान परिवार से आते हैं और वह किसानों की समस्याओं को भलीभांति जानते व समझते हैं। खास बात यह है कि इससे पहले हरियाणा में कृषि संबंधित हुए एक कार्यक्रम में किसान एवं खेती को लेकर आदित्य देवीलाल के विजन की तारीफ भी उपराष्ट्रपति कर चुके हंै। उस समय आदित्य देवीलाल हरियाणा मार्कीटिंग बोर्ड के चेयरमैन थे।
देवीलाल परिवार के ये सदस्य पहले कर चुके हैं मुलाकात


गौरतलब है कि इससे पहले भी चौ. देवीलाल के बड़े बेटे एवं इनैलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला व चौ. रणजीत सिंह, इनैलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय चौटाला, जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकातें कर चुके हैं। रविवार को उनसे शिष्टाचार भेंट करने के बाद चौ. देवीलाल के पौत्र एवं डबवाली से इनैलो के विधायक आदित्य देवीलाल ने कहा कि किसानों के साथ-साथ प्रत्येक वर्ग की समस्याओं को लेकर उन्होंने उनसे चर्चा की।

आदित्य ने बताया कि उपराष्ट्रपति के साथ इस मुलाकात के दौरान उन्होंने छोटे शहरों, कस्बों और ग्रामीण इलाकों के उत्थान को लेकर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए किस तरह की योजनाएं बनाई जाएं, ताकि सभी को सामान रूप से केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा जारी की जा रही जनहित योजनाओं का लाभ सामान रूप से मिल सके। आदित्य ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से आज की मुलाकात एक स्मरणीय बन गई है और शहरों व ग्रामीण इलाकों को विकास की कड़ी से कैसे जोड़ा जाए, इसका जवाब भी संतोषजन मिला और बहुत कुछ जानने का अवसर प्राप्त हुआ। आदित्य देवीलाल ने कहा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश के लिए ऐसी अनेक योजनाओं को सरकार के समक्ष रखेंगे जिसका फायदा हर वर्ग को होगा और इस तरह के प्रयासों को लगातार जारी रखेंगे।
चौ. देवीलाल के साथ केंद्र में रह चुके हैं मंत्री


उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के चौ. देवीलाल परिवार से साढ़े तीन दशक पुराने संबंध हैं। चौ. देवीलाल ने साल 1986 में पूरे हरियाणा में न्याय युद्ध चलाया और इसमें धनखड़ भी सक्रिय रहे। बाद में चौ. देवीलाल ने दिल्ली के बोट क्लब में एक रैली की। इस रैली में राजस्थान के सीकर से भारी भीड़ लेकर धनखड़ भी पहुंचे थे। बाद में 1989 के संसदीय चुनाव में चौ.देवीलाल ने झुंझुनू संसदीय सीट से जगदीप धनखड़ को जनता पार्टी का उम्मीदवार बनवाया। चुनाव में धनखड़ विजयी हुए और पहली बार सांसद चुने गए। 1989 में चौ. देवीलाल वी.पी. सिंह की सरकार में उपप्रधानमंत्री बने और बाद में 1990 में धनखड़ भी उनके साथ केंद्र में मंत्री रहे। यही वजह है कि समय-समय पर धनखड़ भी चौ. देवीलाल के संदर्भ में अनेक किस्से एवं संस्मरण सांझे करते रहते हैं और अब चौ. देवीलाल परिवार के सदस्य भी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का काफी आदर-सत्कार करते हैं।
 


उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करते हुए विधायक आदित्य देवीलाल।