वाह रे सरकार! जिसके खिलाफ शिकायत, वही कर रहा सुनवाई!
 

Wow government! The one against whom the complaint is being heard!
 
 
सिरसा। ईमानदारी का अलाप रागने वाली भाजपा सरकार में अफसरशाही का जमकर बोलबाला है। आलम ये है कि जिस अधिकारी के खिलाफ शिकायत होती है, उसी अधिकारी को जांच अधिकारी बनाकर सभी कायदे-कानून को ताक पर रख दिया जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ शहर के रानियां रोड निवासी वेदप्रकाश भाट के साथ। उन्होंने नगर परिषद के ईओ अतर सिंह से आरटीआई के तहत उनके कार्यकाल सहित 16 बिंदूओं पर जानकारी मांगी थी। पहले तो ईओ ने इसे अपना निजी मामला बताते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया। जब शिकायतकर्ता ने प्रथम अपील लगाई तो ईओ को जांच के लिए अधिकारी नियुक्त कर दिया। ऐसे में सवाल यही उठता है कि जिस अधिकारी के खिलाफ शिकायत है और अगर उसे ही जांच अधिकारी बना दिया गया तो शिकायत कर्ता न्याय की क्या उम्मीद करेगा। वेदप्रकाश भाट ने कहा कि अगर इसी प्रकार की कार्रवाई की जानी है तो फिर आरटीआई एक्ट का मजाक क्यूं बनाया जा रहा है। सरकार को इसे तुरंत प्रभाव से निरस्त कर देना चाहिए। बता दें कि शहर के रानियां रोड निवासी वेद भाट ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत 23 नवंबर 2023 को नगर परिषद सिरसा के वर्तमान ईओ अतर सिंह से उनके कार्यकाल सहित 16 अन्य बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी।