लेह-लद्दाख की खूबसूरती के ‘कायल’ हुए मनोहर लाल!

अपने दो दिवसीय लेह-लद्दाख दौरे दौरान केंद्रीय मंत्री ने की अनेक परियोजनाओं की समीक्षा
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लद्दाख के सर्वांगीण विकास के लिए हैं कृतसंकल्पित: खट्टर

लेह-लद्दाख की खूबसूरती के ‘कायल’ हुए मनोहर लाल!


- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लद्दाख के सर्वांगीण विकास के लिए हैं कृतसंकल्पित: खट्टर


-अपने दो दिवसीय लेह-लद्दाख दौरे दौरान केंद्रीय मंत्री ने की अनेक परियोजनाओं की समीक्षा
 


केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने दो दिवसीय लेह-लद्दाख प्रवास के दौरान वहां की खूबसूरत वादियों, कुदरती दृश्यों, ठंडक एवं सकारात्मक ऊर्जा के कायल हुए और इसको लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनेक फोटो, वीडियो व रील्स के जरिए लेह-लद्दाख की खूबसूरती की तारीफ की है और अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान लेह-लद्दाख प्रशासन व वहां के कलाकारों द्वारा की गई आवाभगत के लिए उनका आभार भी जताया है। लेह-लद्दाख के अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान अनेक परियोजनाओं की समीक्षा व संयंत्रों का दौरा करने के बाद मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वे यहां के विकास से काफी प्रभावित हुए हैं और भविष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम लद्दाख के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं।


उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से ही मनोहर लाल खट्टर लगातार विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा करते हुए समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। इसी कड़ी में वे अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान 21 व 22 नवंबर को लेह-लद्दाख में पहुंचे। यहां पर उन्होंने विभिन्न बिजली स्टेशनों का अवलोकन किया तो समीक्षा बैठकें करने के साथ-साथ पर्यटन के नजरिए से भी वहां के प्रमुख स्थानों पर गए। इसके बाद लेह-लद्दाख के दो दिवसीय प्रवास के बाद मनोहर लाल खट्टर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर  लिखा कि ‘भगवान बुद्ध की शांति का संदेश लिए जीवंतता से परिपूर्ण, प्राकृतिक खूबसूरती, गहरी झीलों, विशाल पर्वतों तथा प्राचीन काल से सभ्यताओं का पोषण करती सिंधू नदी की धरती लद्दाख आकर मन अभिभूत हो गया। लद्दाख के हमारे भाई-बहन न केवल अपनी परंपराओं और संस्कृति को सहेजते हैं, बल्कि अपने देश के प्रति अटूट निष्ठा और समर्पण का भी उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। इस यादगार यात्रा के लिए आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।’ इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने अपने इस दौरे के दौरान लेह में वेस्ट-टू-आर्ट मूर्तिकला स्थल का दौरा किया और कहा कि ये मूर्तियां शहरी विकास और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए एक अभिनव दृष्टिकोण का प्रदर्शन करते हुए रचनात्मकता के साथ स्थिरता व खूबसूरती का मिश्रण करती हैं। इसी तरह से लद्दाख के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि लद्दाख का हर कोना अद्भुत है, ऊंचे पहाड़, स्वच्छ नदियां, और शांत वातावरण ने मन को मोह लिया। यहां के लोगों ने मुझे अपने स्नेह और सम्मान से अभिभूत कर दिया। उन्होंने लद्दाख के लोगों के साथ बिताया हर पल अनमोल है। वे इस यात्रा को जीवन भर याद रखेंगे। 


लेह में किया ईंधन स्टेशन का उद्घाटन


लेह में ईंधन स्टेशन का उद्घाटन करने के बाद मनोहर लाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘लेह में एन.टी.पी.सी. के अग्रणी ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी प्रोजैक्ट का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें एक हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन, 1.7 मैगावाट का सौर संयंत्र और पांच ईंधन सेल बसें शामिल हैं। यह ऐतिहासिक पहल सार्वजनिक सडक़ों पर भारत की पहली हाइड्रोजन बसों की तैनाती का प्रतीक है, जो अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में टिकाऊ और स्वच्छ गतिशीलता के लिए एक नया मानक स्थापित करती है।’ इसी तरह से लेह में ई.वी. चार्जिंग स्टेशन का दौरा करने के बाद उन्होंने टवीट करते हुए लिखा कि ‘लेह में सी.ई.एस.एल. के पहले नवीकरणीय ऊर्जा संचालित ई.वी. चार्जिंग स्टेशन का दौरा किया। इस नवोन्मेषी सौर कारपोर्ट में विशेष रूप से डिजाइन किए गए ई.वी. हैं, जिन्हें लद्दाख की चुनौतीपूर्ण जलवायु परिस्थितियों में पनपने के लिए अनुकूलित किया गया है। क्षेत्र के लिए स्थायी गतिशीलता और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम आगे।’ इसी तरह से उन्होंने निमू बाजगो हाइड्रो पॉवर स्टेशन का दौरा किया और इस सिलसिले में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि ‘लेह में एन.एच.पी.सी. के 45 मैगावाट के निमू-बाजगो हाइड्रो पावर स्टेशन का दौरा किया। 2014 में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया था। यह ऐतिहासिक परियोजना टिकाऊ ऊर्जा का एक प्रभावी उदाहरण है।’
गुरुघर पत्थर साहिब में निवाया शीश


उल्लेखनीय है कि मनोहर लाल खट्टर धार्मिक प्रवृत्ति के हैं और अक्सर वे इस सिलसिले में तीर्थ स्थलों एवं गुरुघरों में जाते रहते हैं। इसी कड़ी में अपने दो दिवसीय लेह प्रवास के दौरान मनोहर लाल खट्टर ने लेह में गुरुद्वारा पत्थर साहिब में शीश निवाया और सभी के लिए मंगल कामना की। यह गुरुघर साहिब विश्व के सबसे ऊंचे गुरुद्वारों में से एक है। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर टवीट करते हुए लिखा कि ‘लेह स्थित विश्व के सबसे ऊंचे गुरुद्वारों में से एक गुरुद्वारा पत्थर साहिब में शीश नवाना भाव- विभोर कर देने वाला क्षण था। वाहेगुरु सच्चे पातशाह जी की कृपा समस्त देशवासियों पर बनी रहे, यही प्रार्थना है। जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल!!’ इसी तरह से उन्होंने लेह स्थित फ्यांग उपकेंद्र में एक समीक्षा बैठक को भी संबोधित किया और सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘लेह स्थित पावरग्रिड के 220/66 केवी फ्यांग उपकेंद्र में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक कर क्षेत्र में चल रहे संबंधित परियोजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।’


लेह में वेस्ट-टू-आर्ट मूर्तिकला स्थल पर एक मूर्ति के साथ खड़े मनोहर लाल खट्टर।



गुरुद्वारा पत्थर साहिब में शीश निवाते हुए मनोहर लाल खट्टर।