माहेश्वरी समाज: कोई बना डॉक्टर, तो कोई बना सीए

Maheshwari Samaj: Some became doctors, some became CA.
 
Maheshwari Samaj

माहेश्वरी समाज: कोई बना डॉक्टर, तो कोई बना सीए

माहेश्वरी चैरिटी ट्रस्ट की ओर से समाज के उन प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में अपनी योग्यता साबित कर समाज का नाम रोशन किया। कार्यक्र

म के मुख्यातिथि हरियाणा, पंजाब, हिमाचल एवं जम्मू कश्मीर के प्रादेशिक संगठन मंत्री आनंद बियानी ने प्रतिभाशाली बच्चों का स्वागत किया। बियानी ने अपने संबोधन में कहा कि इन

बच्चों ने अपनी प्रतिभा से साबित कर दिया कि वे भविष्य में माहेश्वरी समाज व देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने सभी मेधावी बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि वे समाज के लिए गौरव

का विषय हैं। उन्होंने समाज के अन्य बच्चों को भी इसी तरह आगे बढऩे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

 बियानी ने कहा कि माहेश्वरी समाज के जरूरतमंद बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है, वहीं आर्थिक रूप से कमजोर समाज के बुजुर्गों व विधवाओं को पैंशन का

लाभ दिया जाता है। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर समाज के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार शुरू करने के लिए न्यूनतम ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। इस

दौरान बियानी ने समाज के वरिष्ठजनों के हाथों प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित करवाया। कार्यक्रम में डा. मयंक बागड़ी पुत्र संजय बागड़ी को एमबीबीएस व सुरभि पेडीवाल राठी पत्नी

हरीश राठी को एमएस करने पर सम्मानित किया गया।

जबकि पीएचडी करने पर डा. अंकिता चांडक बियानी पत्नी भरत बियानी तथा डा. नवनीत चांडक पुत्र बृजमोहन चांडक को पुरस्कृत किया गया। इसी तरह रिया मुंदड़ा पुत्री निखिल मुंदड़ा को सीए करने, अपूर्व राठी पुत्र अजय राठी को एमबीए में एडशिन लेने पर सम्मान से नवाजा गया। वहीं दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन करने पर तृप्ति मुंदड़ा पुत्री राजकुमार मुंदड़ा, संजोली पेडीवाल पुत्री हरीश पेडीवाल, यशिका मुंदड़ा पुत्री पुनीत मुंदड़ा, यश चांडक व युक्ति चांडक पुत्री विजेन्द्र चांडक, आंचल राठी पुत्री अंजली राठी को समाज के वरिष्ठजनों ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।

खुशी बियानी पुत्री जयप्रकाश बियानी को एमएससी में ऑल इंडिया 112वां रैंक प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। आनंद बियानी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उन्हें आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं।