एक और बीजेपी सांसद का न्यूड वीडियो वायरल, वीडियो से हरियाणा की सियासत में हड़कंप, सांसद ने बताया राजनीतिक साजिश

राजनीतिक साजिश
 
वीडियो वायरल:

वीडियो में हुई बातचीत के मुताबिक अंदाजा लगाया जा रहा है कि वीडियो में नजर आ रही महिला को नौकरी के नाम पर बुलाया गया है।हरियाणा एमएमएस केस: देश में आम चुनाव होने वाले हैं। एक दिन पहले बीजेपी ने हरियाणा में बड़ा राजनीतिक फेरबदल किया है. इस बीच सोनीपत सांसद के कथित न्यूड वीडियो ने राजनीति में भूचाल ला दिया है. वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स हूबहू बीजेपी नेता जैसा ही दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो सोनीपत से बीजेपी सांसद 67 वर्षीय रमेश कौशिक का है।


सांसद के कथित न्यूड वीडियो ने राजनीति में भूचाल ला दिया है


वायरल वीडियो करीब सात मिनट 35 सेकेंड का है। वीडियो में कथित तौर पर बीजेपी सांसद रमेश कौशिक और एक महिला को नग्न अवस्था में दिखाया गया है। वीडियो में हुई बातचीत के मुताबिक माना जा रहा है कि वीडियो में महिला को नौकरी के नाम से बुलाया गया है. वीडियो में शख्स महिला से उसका नाम पूछता है. ऐसा भी लग रहा है कि वीडियो महिला ने ही बनाया है.

सोनीपत सांसद का आपत्तिजनक वीडियो वायरल


इस वीडियो के बैकग्राउंड में टीवी न्यूज चलने की आवाज आ रही है. आवाज एक एंकर की है जो कह रहा है कि आज गांधी जयंती है। इससे पता चलता है कि वीडियो अक्टूबर का हो सकता है वीडियो में कथित सांसद और महिला के बीच 30-40 सेकेंड की बातचीत दिखाई गई है। क्राइम भी इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

रमेश कौशिक ने बताया राजनीतिक षडयंत्र


पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. जी हां सांसद रमेश कौशिक ने कहा है कि उनकी छवि खराब करने के लिए वीडियो प्रसारित किया जा रहा है. यह एक राजनीतिक साजिश है. सांसद ने वीडियो को फर्जी बताया है. उन्होंने कहा कि वीडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है.

बाराबंकी सांसद का वीडियो


गौरतलब है कि हाल ही में बाराबंकी से प्रत्याशी और बीजेपी सांसद उपेन्द्र सिंह रावत का कथित न्यूड वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो ने यूपी की राजनीति में हलचल मचा दी है. बीजेपी ने 2024 के चुनाव के लिए उपेन्द्र सिंह रावत को अपना उम्मीदवार भी बनाया था. वीडियो सामने आने के बाद उपेंद्र सिंह रावत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था.

थाने में दर्ज हुई एफआईआर


वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने सफाई दी थी कि वीडियो फर्जी है. रावत ने यह भी दावा किया कि यह वीडियो उन्हें बदनाम करने के इरादे से वायरल किया गया है. वीडियो सामने आने के बाद रावत की ओर से सांसद प्रतिनिधि ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसकी जांच की जा रही है.