हरियाणा में बीजेपी सरकार से किनारे हुए दुष्‍यंत, गणित का 46 जादुई आंकड़ा!

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हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी जेजेपी से अलग होने की तैयारी में है. बीजेपी कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में सरकार बना सकती है.

चंडीगढ़: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच तनाव बढ़ गया है. खबरों के मुताबिक बीजेपी ने राज्य में एक नई कवायद शुरू की है. माना जा रहा है कि कैबिनेट से सामूहिक इस्तीफा दिलाकर नई सरकार बनाने की तैयारी की जा रही है. इस गठबंधन से जेजेपी मनोहर लाल खट्टर सरकार से बाहर हो जाएगी. बीजेपी ने राज्य के लिए पर्यवेक्षक बनाकर अर्जुन मुंडा और तरूण चुघ को चंडीगढ़ भेजा है.

बीजेपी के मंत्रियों ने आज दिया इस्तीफा


खबरों के मुताबिक, बीजेपी सरकार के सभी मंत्री आज सामूहिक रूप से इस्तीफा दे सकते हैं. इसके बाद नये मंत्रिमंडल का गठन किया जायेगा. इस कवायद से राज्य में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के औपचारिक तौर पर खत्म होने की उम्मीद है. जेजेपी को अलग करने के लिए बीजेपी ने बनाई ये रणनीति, समझिए क्या है मामला?


दरअसल, राज्य में बीजेपी की साझीदार जेजेपी एक लोकसभा सीट चाह रही थी. लेकिन कहा जा रहा है कि बीजेपी जेजेपी को 1 सीट भी नहीं देना चाहती है. इसलिए राज्य में इसकी कवायद शुरू हो गई है. इस बीच जेजेपी ने दिल्ली में बैठक बुलाई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर मुलाकात करेंगे. बैठक में लोकसभा चुनाव समेत राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा होने की उम्मीद है. इस बीच चर्चा है कि चौटाला आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले हैं


निर्दलीय बीजेपी के साथ:
हरियाणा लोकहित पार्टी: 1 (गोपाल कांडा) जेजेपी के टूटने पर बीजेपी को 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है.

जेजेपी: 10
निर्दलीय: 1 (बलराज कुंडू)
इंडियन नेशनल लोकदल: 1 (अभय चौटाला)
कांग्रेस: ​​30