कभी साईकिल पर घर घर साडिय़ां बेचते थे गौतम अडानी

गौतम अडानी
 
घर घर साडिय़ां बेचते थे गौतम अडानी

कभी साईकिल पर घर घर साडिय़ां बेचते थे गौतम अडानी

सोलर सप्लाई कांट्रेक्ट पाने के लिए करोड़ों डॉलर की रिश्वत देने के अमेरिकी आरोप का सामना कर रहे गौतम अडानी व उनके भतीजे सागर अडानी का नाम इन दिनों सुर्खियों में हैं। गौतम अडानी को आज दुनिया में कौन नहीं जानता। गौतम अडानी आज एक बहुत विशाल साम्राज्य खड़ा कर चुके हैं। पूरी दुनिया में उनका कारोबार फैला हुआ है। अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी के संघर्ष की दास्तां दूसरों के लिए एक मिसाल है। गौतम अडानी 16 साल की उम्र से ही कारोबार करने लग गए थे। उस समय वे साईकिल पर गुजरात में घर घर जाकर साडिय़ां बेचने का काम करते थे। महज करीब 35 साल के करियर में उन्होंने बिग एंपायर खड़ा कर दिया।

 किशोरावस्था में गौतम अडानी की माली हालत बेहद खस्ता थी। वे अपने दोस्त के साथ स्कूटर पर सफर किया करते थे। उनके पिता की अदानी टैक्सटाइल्स आपको अहमदाबाद के पुराने शहर में आज भी देखने को मिल जाएगी। साईकिल पर घर घर साडिय़ां बेचने के दौरान उनकी मुलाकात मलय महादेविया के साथ हुई। तब दोनों में दोस्ती हुई, जो आज तक अनवरत जारी है। गौतम ने हीरा कारोबारी के यहां नौकरी भी की। पिता मनसुखलाल ने अहमदाबाद की एक प्लास्टिक फैक्ट्री में गौतम का काम दिलवाया।

 बाद में टैक्सटाइल मिल खोली। इसके बाद उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा। गौतम अडानी एक के बाद एक सफलता का परचम लहराते चले गए। 1988 में अछानी इंटरप्राइजिज की नींव रखी। फिर इंपोर्ट एक्सपोर्ट का काम किया। 1995 में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट का काम मिला। इसके बाद उनकी शोहरत बढ़ती चली गई। आज अडानी ग्रुप हजारों लाखों लोगों को अपनी विभिन्न कंपनियों व परियोजनाओं में रोजगार दे रहा है।