इस तरह के लोग घर में कदम रखते ही कर देते है तहस-नहस, दूर तक न रखें इनका वास

 

यह पंक्तियाँ उन लोगों के बारे में हैं जो घर या समाज में घुसते ही तबाही मचाते हैं। इन लोगों का वास, चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक, घर में नहीं रखना चाहिए क्योंकि उनकी उपस्थिति से शांति और सद्भाव की जगह अराजकता और संघर्ष फैल सकता है।

ऐसे लोग अक्सर दूसरों के मन में चिंता और तनाव पैदा करते हैं, और उनके साथ रहने से घर या समाज में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है।

इन्हें दूर रखना बेहतर है, ताकि जीवन में सुख-शांति बनी रहे और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता रहे।