कहीं मेहरबानी तो कहीं बेरूखी दिखा रहा है मानसून, इन 5 जिलों में बारिश का बेसब्री से इंतजार; आगे ऐसा रहेगा मौसम 
 

 

Haryana News: हरियाणा में मानसून कहीं बेरूखी दिखा रहा है तो कई जिलों में झमाझम बारिश से लोगों के चेहरों पर मुस्कान नजर आई है। 7 जिलों को छोड़कर बाकी 15 जिलों में मानसून जमकर बरस रहा है। 23 से 29 जून तक प्रदेश में ओवर आल सामान्य से 180 प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई है। 

माैसम विभाग का मानना है कि राज्य में महीने में बड़े स्तर पर अधिक वर्षा हुई है। अभी मानसून बरसना बाकी है। सावन में लगने वाली बारिश का झड़ी का लोगों को इंतजार है।

IMD की ओर से एक सप्ताह में हुई बारिश का जो डाटा जारी किया गया है, उसमें जून महीने के अंतिम 7 दिनों में झज्जर में 760 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, जो कि प्रदेश में सबसे ज्यादा रही। फतेहाबाद एक ऐसा जिला है, जहां सामान्य बारिश के मुकाबले इस सप्ताह 72 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जो कि प्रदेश में सबसे कम है।

एक सप्ताह में इन जिलों में कम बारिश

हरियाणा में मानसून ने 25 जून काे दस्तक दी थी। प्रदेश के कुछ जिलों में अभी भी मानसून की बारिश शुरू नहीं हुई है। अंबाला, फतेहाबाद, हिसार, जींद व पंचकूला 5 ऐसे जिले हैं जहां बारिश सामान्य से बहुत कम हुई है। फतेहाबाद में तो औसतन 2.4 एमएम बारिश ही हुई है, जबकि यहां सामान्य बारिश 8.5 एमएम आंकी गई है। इसके बाद जींद में 61 प्रतिशत और हिसार में 50 प्रतिशत बारिश कम हुई है। पंचकूला में यह आंकड़ा 20 प्रतिशत रहा।

इन जिलों में झमाझम बारिश

23 से 29 जून तक झज्जर और सोनीपत में जबरदस्त बारिश दर्ज हुई है। झज्जर में औसतन 104.1एमएम बारिश हुई है। जो कि यहां सामान्य से 760 प्रतिशत ज्यादा रही। इसी प्रकार सोनीपत में औसतन 125.2 एमएम बारिश हुई, जो कि सामान्य बारिश 17.3 की तुलना में 624 प्रतिशत ज्यादा है। इसके अलावा चरखी दादरी में 450%, करनाल में 357%, पानीपत में 426% व सिरसा में 467:% ज्यादा है। इन जिलों में इंद्रदेव खूब मेहरबान रहे हैं।

आगे ऐसा रहेगा मौसम

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में मौसम आमतौर पर 2 जुलाई तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने और बंगाल की खाड़ी की तरफ से आ रही नमी वाली मानसूनी हवाओं के साथ अब अरब सागर की तरफ से भी हवाएं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की तरफ बढ़ने लगी है। 

इसके चलते वातावरण में नमी की मात्रा की अधिकता होने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मानसून की सक्रियता अगले 3 दिनों में बढ़ने की संभावना है। ऐसे में जिन जिलों में बारिश का इंतजार हो रहा है, वहां ये इंतजार खत्म हो सकता है।