पुलिस टीम पर लात-घुसों से वार कर भगा ले गए आरोपित साथी को, आसपास लोग थे मौजूद,किसी ने नहीं की मदद
 

Police team was kicked and driven away by kicking, people were present around, no one helped

 
जब व्यक्ति की कोई भी मदद नहीं करता तो वह पुलिस प्रशासन से गुहार लगाता है। लेकिन क्या हो जब पुलिस के साथ मारपीट कर एक आरोपित व्यक्ति को उसके साथी छुड़ा के ले जाएँ। आपको बता दें कि आठ लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर धोखाधड़ी के आरोपित को पुलिस से छुड़ा लिया है।

HARDUM HARYANA NEWS

फरीदाबाद

जब व्यक्ति की कोई भी मदद नहीं करता तो वह पुलिस प्रशासन से गुहार लगाता है। लेकिन क्या हो जब पुलिस के साथ मारपीट कर एक आरोपित व्यक्ति को उसके साथी छुड़ा के ले जाएँ। आपको बता दें कि आठ लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर धोखाधड़ी के आरोपित को पुलिस से छुड़ा लिया है। हमलावरों ने पुलिस की टीम पर लात-घूसों से हमला किया। इस पूरे प्रकरण में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।

धोखाधड़ी मामले के जांच अधिकारी की शिकायत पर एनआइटी पांच थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है। इस मामले में सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।

पुलिस का दावा है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। एसजीएम नगर थाना में तैनात पीएसआइ युधवीर सिंह ने बताया है कि नवीन शर्मा नाम के व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है। इस मामले में युधवीर सिंह जांच अधिकारी हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार शाम जांच अधिकारी को करीब सात बजे सूचना मिली कि आरोपित नवीन शर्मा एनआइटी पांच स्थित कक्कड़ के कार्यालय पर पहुंचने वाला है। वे मुख्य सिपाही नवीन को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। वहां एक दीवार की ओट में छिपकर आरोपित का इंतजार करने लगे। थोड़ी देर बाद नवीन शर्मा अपने बेटे मयंक व सात अन्य लोगों के साथ कक्कड़ कार्यालय पर पहुंचा। युधवीर सिंह ने उसे हिरासत में ले लिया।

यह देखते ही आरोपित के बेटे मयंक और सात अन्य लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। युधवीर सिंह और नवीन के साथ मारपीट कर हमलावरों ने आरोपत नवीन शर्मा को छुड़ा लिया और सभी मौके से फरार हो गए।

लेकिन इस घटना से हैरानी की बात यह है कि जब आरोपित पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई कर रहे थे तो आसपास लोग जुट गए थे, लेकिन किसी ने पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास नहीं किया। पीएसआइ युधवीर ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। लेकिन पीसीआर को पहुंचने में समय लग गया, इसलिए आरोपित फरार होने में कामयाब रहे।