बालाकोट एयरस्ट्राइक में हुई थी गड़बड़ी, ग्रुप कैप्टन को बर्खास्त करने की सिफारिश

Mistakes in Balakot Airstrike, Rating of Group Captain sacked
 
BALAKOT STRIKE 

क्या आपने आज के अखबारों में छपी ये छोटी सी खबर पढ़ी है, शायद नहीं ध्यान दिया होगा, अगर पढ़ी भी होगी तो घटना के बारे में ज्यादा कुछ याद नहीं होगा। 

ये वही हादसा है जिसका प्रचार करके वोट मांगे जा रहे थे और देशद्रोही वाले सर्टिफिकेट बांटे जा रहे थे


देश के कई सारे विपक्षी नेता और रक्षा मामलों जानकार बोल रहें थे की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना से कुछ चूक हुई है..। तो उस वक्त BJP और पुरी गोदी मिडिया इन लोगों को देशद्रोही बता रहे थे.

जबकि अमरीका और ऑस्ट्रेलिया से आई सैटलाइटतस्वीरों से भी ये बात साबित हुई थी की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने अपने ही प्लेन को उड़ाया था जिसमे भारतीय एयर फोर्स के 7 बहादुर जवान मारे गए थे । उस वक्त NDTV के प्राइम टाइम में रविश कुमार जी ने इसपर एक एपिसोड भी किया ।


और तो और उस वक्त अमरीकी रक्षा मंत्रालय..का प्रतिनिधि मंडल बकायदा पाकिस्तान गया था और वहां जाकर अमरीकी अफसरों ने ये रिपोर्ट जारी की थी की.."हमने पाकिस्तान को जो 22 "एफ–16" लड़ाकू विमान दिए थे, वो अब भी पाकिस्तान के पास सही सलामत है" उनमें से कोई भी प्लेन गायब नहीं है । हो सकता है भारतीय सेना ने अपना ही एक लडाकू विमान मार गिराया हो।

उसी वक्त ये साबित हुआ था की हमारी सेना ने रात के अंधेरे में अपना ही लड़ाकू विमान मार गिराया था। कुछ दिनों बाद भारतीय लडाकू विमान के कुछ टुकडे स्वतंत्र मिडिया समूह में दिखाई भी गए थे ।

लेकिन उस वक्त  मोदी सरकार ने,  चुनावों में जीत हासिल करने के लिए, इस सर्जिकल देशभक्ति से जोड़ दिया था । जो भी व्यक्ति इस सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाता उसे देशद्रोही करार दिया जाता।

वोटों की खातिर मोदी सरकार ने देश से सच्चाई छुपाई थीं। लेकिन आज सारी असलियत सामने आ ही गई है लेकिन देश की जनता घटना को भूल चुकी है।