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गेहूं की फसल को खरपतवार से ऐसे करें बचाव, बंपर पैदावार के साथ किसान हो जाएंगे मालामाल

गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण: बंपर पैदावार के लिए जानें सही उपाय
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गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण: बंपर पैदावार के लिए जानें सही उपाय

गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण: बंपर पैदावार के लिए जानें सही उपाय

गेहूं की फसल में खरपतवार का खतरा
रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं में सतनाशी, कृष्ण नील, वन गेहूं और पार्थेनियम जैसे खरपतवार लगने की संभावना रहती है। अगर इनका समय पर निदान नहीं किया गया तो फसल उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इन खरपतवारों के कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिर सकता है और कमाई घट सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

मुख्य खरपतवार जो हैं नुकसानदायक

गेहूं की फसल में प्रमुख रूप से सतनाशी, कृष्ण नील, वन गेहूं और पार्थेनियम खरपतवार पाए जाते हैं। यदि इनका समय पर प्रबंधन नहीं किया गया तो पैदावार में भारी कमी हो सकती है। इन खरपतवारों के नियंत्रण के लिए निम्नलिखित नाशकों का प्रयोग किया जा सकता है:

1. सल्फोसल्फ्यूरॉन 75% डब्ल्यू.जी.

  • यह सकरी पत्ती वाले खरपतवार जैसे वन गेहूं, जंगली जई और आरी घास को नियंत्रित करता है।
  • 13.5 ग्राम सल्फोसल्फ्यूरॉन को 6 लीटर पानी और 500 मिली सरफेक्टेंट के साथ घोलकर प्रति एकड़ 120-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
  • छिड़काव बुआई के 30-35 दिन बाद करें।

2. मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइन 20% डब्ल्यू.पी.

  • चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार जैसे बथुआ, प्याजी, तीन पत्तियां, और कृष्णनील को नियंत्रित करता है।
  • 8 ग्राम नाशक को 6 लीटर पानी और 200 मिली सरफेक्टेंट के साथ घोलकर 120-200 लीटर पानी में मिलाएं।
  • बुआई के 25-35 दिनों बाद प्रति एकड़ छिड़काव करें।

3. सल्फोसल्फ्यूरॉन मिथाइल 75% + मेल्टसल्फ्यूरॉन मिथाइल 5% डब्ल्यू.जी.

  • यह वन गेहूं और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करता है।
  • 16 ग्राम नाशक को 500 मिली सरफेक्टेंट के साथ घोलकर प्रति एकड़ पानी के घोल में मिलाएं और छिड़काव करें।

4. 2,4-डी ईथाइल ईस्टर 38% ई.सी.

  • चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों का प्रबंधन करता है।
  • इसका 0.5 लीटर प्रति एकड़ पानी के घोल में मिलाकर बुआई के 30-35 दिन बाद छिड़काव करें।

छिड़काव के लिए ध्यान देने योग्य बातें

  • छिड़काव साफ और शांत मौसम में करें।
  • छिड़काव यंत्र में कटनोजल, फ्लडजेटनोजल, या फ्लैफैन नोजल का प्रयोग करें।
  • छिड़काव के बाद खेत में मानव, पशु या अन्य गतिविधियां न करें।
  • तेज हवा में या हवा की विपरीत दिशा में छिड़काव न करें।
  • छिड़काव के समय सुरक्षात्मक उपकरण जैसे फेस मास्क, दस्ताने और बूट पहनना सुनिश्चित करें।

निष्कर्ष

खरपतवार नियंत्रण के ये उपाय अपनाकर किसान अपनी गेहूं की फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और बंपर पैदावार कर सकते हैं। समय पर नाशकों का इस्तेमाल और सावधानियां बरतना फसल उत्पादन को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है।

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