युवाओं के लिए 'हैलमेट',शान की बजाय सुरक्षा की जरूरत

आजकल सड़क दुर्घटनाओं में मौतों का सबसे बड़ा कारण सिर पर चोट लगना है, और इस चोट से बचने के लिए सबसे सरल उपाय है हैलमेट पहनना। बावजूद इसके, जिले के अधिकांश लोग, खासकर युवाओं के बीच, हैलमेट पहनने की आदत नहीं है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद, युवा इसे अपनी शान के खिलाफ मानते हैं और इसे पहनने से बचते हैं।
हैलमेट की अनदेखी: क्यों?
मोटर वाहन अधिनियम के तहत बाइक और स्कूटर चालक के लिए हैलमेट पहनना अनिवार्य है। हालांकि, अधिकांश लोग इसे एक फॉर्मलिटी से ज्यादा नहीं मानते। खासकर युवा वर्ग के बीच, यह एक मनोवृत्ति बन चुकी है कि हैलमेट पहनना शान के खिलाफ है। वे इसे पहनने की बजाय खुद को फ्री और स्टाइलिश दिखाने पर ज्यादा जोर देते हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि सड़क पर दुर्घटनाओं के समय सबसे ज्यादा सिर पर चोट लगती है, और सिर पर चोट के कारण मौत भी हो सकती है। ऐसे में, हैलमेट पहनना ना सिर्फ एक कानूनी आवश्यकता है, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए भी अत्यंत जरूरी है।
युवाओं का बहाना
जब युवाओं को हैलमेट पहनने के लिए कहा जाता है, तो उनका सबसे आम जवाब यही होता है कि "हैलमेट पहनने से बाल खराब हो जाएंगे" या "गर्मी बहुत है"। ऐसे बहानों से यह साफ होता है कि वे अपनी सुरक्षा को नजरअंदाज कर रहे हैं।
हकीकत यह है कि सड़क दुर्घटनाओं में अगर व्यक्ति ने हैलमेट पहना होता है तो उसकी जान की सुरक्षा काफी हद तक संभव हो सकती है। हैलमेट सिर की चोटों से बचाता है और मौत की संभावना को कम करता है। इसके बावजूद, युवा वर्ग हैलमेट पहनने के बजाय इसकी अहमियत को नजरअंदाज करता है।
पुलिस का प्रयास
पुलिस प्रशासन की ओर से बार-बार हैलमेट पहनने की अपील की जाती है, लेकिन इस पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। पुलिस चाहती है कि सभी नागरिक सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हों, और हैलमेट पहनकर अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
समाज की जिम्मेदारी
यह सिर्फ पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर एक सदस्य की जिम्मेदारी बनती है कि वे सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करें। युवाओं को यह समझाना जरूरी है कि शान के लिए नहीं, बल्कि अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हैलमेट पहनना चाहिए।
युवाओं के बीच हैलमेट पहनने को लेकर जो भ्रम और अनदेखी है, उसे दूर करना आवश्यक है। दुर्घटनाओं में सिर की चोट से बचने के लिए हैलमेट पहनना अत्यंत जरूरी है। पुलिस और समाज को मिलकर इस जागरूकता को फैलाना होगा ताकि हम सड़क पर सुरक्षित यात्रा कर सकें।