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हजारों आयुष्मान कार्ड कचरे के डिब्बों मे पड़े मिले, लोग है परेशान, आयुष्मान कार्ड के लिए कार्यालयों के कट रहे है चक्कर


Thousands of Ayushman cards were found lying in dustbins, people are worried, going to the offices for Ayushman cards
आयुष्मान कार्ड

(न्यूज हरदुम)  हरियाणा के करनाल में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लोगों को सरकारी कार्यालयों के(न्यूज हरदुम)  चक्कर पर चक्कर काटने पड़ते हैं। अगर कार्ड बन भी जाते हैं तो संबंधित पात्र व्यक्तियों तक वह पहुंचते ही नहीं हैं। आखिर आयुष्मान कार्ड लोगों तक क्यों नहीं पहुंच पाते इसका एक बड़ा कारण सामने आया है। जिला सचिवालय में DPIRO के ऑफिस के नजदीक हजारों की संख्या में आयुष्मान कार्ड कचरे के ढेर में मिले हैं।

आयुष्मान कार्ड भी सील पैक हैं। कचरे के ढेर में आयुष्मान कार्ड (न्यूज हरदुम)  मिलने के बाद संबंधित अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। आयुष्मान कार्ड को लेकर सरकार जितना ज्यादा प्रचार प्रसार कर रही है, (न्यूज हरदुम)  उसको लेकर उतनी ही लापरवाही बरती गई।

1.80 लाख तक की आमदनी वालों के बनाते हैं आयुष्मान कार्ड
पहले वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर आयुष्मान कार्ड बनकर आए थे। (न्यूज हरदुम)  आयुष्मान कार्ड पर 5 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज मिलता है, जो कि किसी भी गरीब परिवार के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है।हरियाणा के लाखों गरीब परिवार आयुष्मान कार्ड की सुविधा से वंचित थे। जिसको देखते हुए बीते वर्ष हरियाणा सरकार ने 1.80 लाख रुपए तक की वार्षिक आमदनी वाले परिवार को भी आयुष्मान कार्ड की सुविधा उपलब्ध करवाने का फैसला लिया। जिसके बाद से लिस्ट जारी हुई और आयुष्मान कार्ड बनने भी शुरू हो गए।

कार्ड डिस्पैच में चल रहा है गोलमाल ?
आयुष्मान कार्ड से संबंधित कार्यालय की जिम्मेदारी बनती है कि वे डाक या फिर(न्यूज हरदुम)   किसी अन्य माध्यम से पात्र व्यक्ति तक आयुष्मान कार्ड पहुंचाए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जिस तरह से कचरे के ढेर में आयुष्मान (न्यूज हरदुम)  कार्ड पड़े मिले हैं उससे कहीं ना कहीं कार्ड डिस्पैच करने में गोलमाल की बू आ रही है।

कहीं ऐसा तो नहीं कि सिर्फ कागजों में ही कार्ड डिस्पैच हुए हो और कार्ड डिस्पैच खर्च (न्यूज हरदुम) को डकार लिया गया हो? या फिर अधिकारियों ने यह समझ लिया हो, कि लोग ऑनलाइन तरीके से अपना आयुष्मान कार्ड निकलवा तो रहे हैं, इन कार्डों की लोगों को जरूरत ना हो, जिसके बाद ये कार्ड इतनी ज्यादा संख्या में एकत्रित हो गए कि इन्हें कचरे के ढेर में डाल दिया गया।

मामले की जांच की जा रही
इस बारे ADC वैशाली शर्मा ने कहा कि मामला (न्यूज हरदुम)  उनके संज्ञान में आया है। कचरे में जितने भी कार्ड पड़े हुए थे उन सबको उठा लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। कचरे में जो कार्ड पाए गए हैं उनकी भी जांच की जा रही है। अगर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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