दुष्यंत चौटाला बने नायक फिल्म वाले अनिल कपूर,ऑन द स्पॉट दिए पानी निकासी के निर्देश,
Dushyant Chautala became the hero of the film Anil Kapoor, on the spot gave instructions for drainage,

Hardum Haryana News
जनता के बीच बैठकर कर रहे ऑन स्पॉट फैसले
दर्जनों गांवों में भरे पानी की निकासी के लिए अफसरों को दिए "सख्त" निर्देश
दुष्यंत चौटाला बन गए "एक्शन" मैन
जनता के बीच बैठकर कर रहे ऑन स्पॉट फैसले
दर्जनों गांवों में भरे पानी की निकासी के लिए अफसरों को दिए "सख्त" निर्देश
जींद/भिवानी/हिसार। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अचानक है "बदले" हुए मिजाज के पॉलीटिशियन नजर आने लगे हैं। बेहद चर्चित रही "नायक" फिल्म के हीरो की तरह दुष्यंत चौटाला भी एक्शन मैन की भूमिका में दिखने लगे हैं।
जनता से जुड़े मुद्दों पर "ऑन स्पॉट" फैसले लेकर दुष्यंत चौटाला "इफेक्टिव" वर्किंग को अमलीजामा पहना रहे हैं।
यह सारा माजरा कल से लेकर आज दोपहर तक जींद, भिवानी, हिसार जिलों के दौरों के दौरान देखने को मिला।
1 अगस्त को दुष्यंत चौटाला सुबह 7 बजे से लेकर रात को 11 बजे तक लगातार जनता और अफसरों के बीच में रहे।
पहले उन्होंने कई घंटों तक जनता की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को सभी शिकायतों पर गंभीरता से अति शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दुष्यंत चौटाला ने अफसरों को "सख्त" लहजे में साफ-साफ कहा कि जनता की परेशानियों को दूर करने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उसके बाद दुष्यंत चौटाला ने जींद, हिसार और भिवानी जिलों के दर्जनों गांवों में बरसाती पानी के भराव के कारण उपजी गंभीर समस्या कघ तरफ "फोकस" किया।
दुष्यंत चौटाला ने जलभराव के क्षेत्रों का दौरा करते हुए अफसरों को पानी निकासी का काम शुरू करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया।
उन्होंने कहा कि जहां जहां पंपों और पाइपों की जरूरत है वहां तुरंत उनकी खरीद की जाए और कार्य किसी भी सूरत में लेट नहीं होना चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने रात को 10 बजे भिवानी और हिसार जिलों के सभी बड़े अफसरों को बुलाकर पानी निकासी के संभावित विकल्पों पर गहन विचार विमर्श किया।
इलाके के नक्शे के साथ पानी की निकासी विकल्पों पर दुष्यंत चौटाला ने अफसरों के साथ गहन चर्चा की। उन्होंने साफ-साफ कहा कि पानी निकासी के मामले में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।
इसके बाद आज सुबह 9 बजे चंडीगढ़ से सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर को बुलाकर बाकी विभागों के अफसरों के साथ फिर से दुष्यंत चौटाला पानी निकासी के मुद्दे पर जम गए।
उन्होंने पूरे प्रदेश के जोग्रफीकल nakshe पर पूरे प्रदेश के जलभराव के क्षेत्रों की जानकारी हासिल की। उन्होंने जमीन के प्राकृतिक ढलान के अनुसार अफसरों से पानी की निकासी का परमानेंट समाधान निकालने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि सैकड़ों गांव में जलभराव के कारण हर साल किसानों की फसलें खराब हो रही हैं। इस गंभीर समस्या के खात्मे के लिए मास्टर प्लान बनाया जाना चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने अफसरों को निर्देश दिए कि सभी जगह 1 हफ्ते के अंदर पानी निकासी हो जानी चाहिए।
खरी खरी बात यह है कि दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री बनने के बाद "नरमी" को छोड़कर अब प्रशासनिक अमले के साथ "सख्ती" से पेश आने के ट्रैक पर दिखाई दे रहे हैं।
दुष्यंत चौटाला को लंबे समय के बाद इस तरह सुपर एक्शन मोड में देखा गया है।
दुष्यंत चौटाला की नई वर्किंग बता रही है कि उन्होंने अपने वर्किंग के "फार्मूले" को बदल दिया है। अब वह पूरी स्पीड के साथ वर्किंग के हाईवे पर अपनी गाड़ी को सरपट दौड़ा रहे हैं, जहां पर अफसरों के लिए लापरवाही या अनदेखी की कोई गुंजाइश नहीं रखी गई है।
दुष्यंत चौटाला के इस बदले हुए स्वरूप ने जहां अफसरों को "सकते" में डाल दिया है वहीं दूसरी तरफ जनता में उनके इस नए वर्किंग स्टाइल को "भरपूर" समर्थन मिलने के आसार दिख रहे हैं।