मंडियों में धान की लिफ्टिंग न होने के कारण लाखों बोरियां नष्ट होने के कगार पर: अभय चौटाला
Lakhs of sacks on the verge of destruction due to non-lifting of paddy in mandis: Abhay Chautala

HARDUM HAARYANA NEWS SIRSA
चंडीगढ
इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण प्रदेश की अनाज मंडियों में रखी धान की लाखों बोरियां लिफ्टिंग न होने के कारण नष्ट होने के कगार पर हैं। प्रदेश का किसान जहां कुदरत की मार को झेल रहा है और लगातार हो रही बेमौसमी बारिश के कारण उसकी खेतों में खड़ी अधिकतर फसल डूब कर खराब हो गई हैं।
वहीं भाजपा गठबंधन सरकार की अनदेखी के कारण समय पर लिफ्टिंग न होने से अब मंडियों में रखा धान भी खराब होने से किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। ऐसे में फसल बर्बाद होने के कारण प्रदेश के किसान के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीद और उठान नहीं करने से किसान मायूस है और धान बेचने के लिए कई दिनों से मंडियों में ही डेरा जमाए बैठे हैं।
अभय सिंह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार पर आरोप जड़ते हुए कहा कि यह सारा खेल सरकारी एजेंसियों और राइस मिलर्स की मिली भगत से हो रहा है ताकि किसान थक-हार कर मजबूरी में अपनी धान की फसल को कौडिय़ों के दाम बेचने पर मजबूर हो जाए और सरकारी संरक्षण प्राप्त मिलर्स और एजेंसी अधिकारी मोटा मुनाफा कमा सके।
धान की फसल के अलावा मिर्च, टमाटर, मूली, गोभी, गाजर की फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है, अधिक बरसात के कारण सब्जियों के पौधे उखड़ कर बर्बाद हो गए। धान की बंपर पैदावार की उम्मीद लगाए बैठे किसानों को बेमौसमी बारिश के अलावा ‘पैडी ड्वार्फ डिजीज’ के कारण भी बड़ा नुकसान हुआ है जिस कारण से प्रति एकड़ 10 क्विंटल उपज कम हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार किसानों को खराब फसल का 50 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे ताकि किसानों को आर्थिक संकट से बचाया जा सके।