हरियाणा पुलिस अकादमी सहित गुरुग्राम एवं पंचकुला में तीन हजार कर्मचारी बनेंगे मास्टर ट्रेनर, ये योजना होगी शुरु
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विडियो संदेश के माध्यम से आज हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन, हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान गुरुग्राम व इसी संस्थान के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचकुला में ‘मिशन हरियाणा कर्मयोगी’, के तहत मास्टर ट्रेनरों के प्रशिक्षण का शुभांरभ किया।
ये मास्टर ट्रेनर सरकारी कर्मचारियों में सेवा-भाव और नैतिक व्यवहार को मजबूत करने का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे तथा इसके बाद अपने-अपने जिला में लगभग 3.3 लाख सरकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन में कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर
हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की महानिदेशक श्रीमती चंद्रलेखा मुखर्जी व हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने दीप प्रज्जवलित किया और प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने विडियो संदेश के माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन कर्मयोगी के पहले सत्र में हम एकत्रित हुए हैं माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विश्व में देश का ऊंचा स्थान बनाने और देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना है। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि जन सेवा की विशेष मन:स्थित के साथ हम यह लक्ष्य अवश्य प्राप्त कर करते हैं।
जन सेवा को मिशन बनाकर कार्य करना है मिशन हरियाणा कर्मयोगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें जन सेवा को मिशन बनाना होगा। मिशन बनाकर जनता की सेवा करने के कार्य को ही प्रधानमंत्री द्वारा मिशन कर्मयोगी का नाम दिया गया है। जो सेवाभाव से कार्य करे वह कर्मयोगी है।
उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत हमें अपनी मन:स्थिति में बदलाव लाना होगा। इस बदलाव के तहत हमें जनता को केवल नागरिक न समझकर उसे अपना परिवार मानना होगा। परिवार मानने से सरकारी नौकर का जनता के साथ संबध जुड़ेगा और परिवार मानकर कार्य करने से निश्चित ही लाभ मिलेगा।
लोक सेवा में लगे कर्मचारियों को हमेशा नैतिकता का ध्यान रखना चाहिए
उन्होंने कहा कि नैतिकता एक स्वाभाविक चीज है इसे याद कराया जाता है और याद कराने के लिए ही यह अभ्यासक्रम आरंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि नैतिकता और विचारधारा दो अलग चीजे हैं, विश्वास और विचारधारा व्यक्तिगत मामला है। लोक सेवा में लगे कर्मचारियों को नैतिकता का ध्यान रखना है।
उन्होंने नैतिकता के लक्षण बताते हुए कहा कि ईमानदारी, समय पालन, मधुर वचन, कर्तव्य में चोरी न करना, किसी को ठेस न पहुंचाना, ठीक व गलत की वास्तविक पहचान करना, अपनी क्षमताओं का दोहन करके पूर्ण रूप से सेवा में लगाना नैतिकता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से समस्त प्रदेश में क्षमता बढ़ाने के लिए आयोजन किए जा रहे हैं।
हरियाणा प्रदेश कर्मियों के लिए मिशन कर्मयोगी प्रारंभ करने वाला हरियाणा पहला राज्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मिशन कर्मयोगी का आरंभ करते हुए कहा था कि व्यवस्थाओं में विश्वास बढ़ाना वास्तव में सरकारी कर्मचारी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमें व्यवस्थाएं बदलनी हैं। व्यवस्थाएं बदलेंगे तो निश्चित रूप से लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश, अपने कर्मियों के लिए कर्मयोगी मिशन को प्रारंभ करने वाला हरियाणा पहला राज्य है और पहला राज्य होने के नाते से हमें इसका गर्व भी है।
उन्होंने मिशन कर्मयोगी की जरूरत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कार कायम रहें, मूल्य आधारित आचार-व्यवहार हो और आदर्श स्थापित हों इसके लिए कर्मयोगी जैसे मिशन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समाज में मूल्य उपस्थित रहते हैं। मूल्यों की पहचान करना और नैतिकता को बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि करूणा एवं सहानुभूति के साथ ही हम प्रभावी ढंग से समाज के अंतिम व्यक्ति की मद्द के लिए कार्य करने में सक्षम हो पाऐंगे।
उन्होंने याद दिलाया कि नौकरी में आने से पहले व्यवस्था को ठीक करने की जो भावना रहती है उसे अब मूर्तरूप देने का अवसर है। उन्होंने कहा कि नैतिकता अन्दर से आती है इसलिए इसके लिए हमें स्वयं ही रास्ता बनाना है। इसे स्वयं ही सीखना है और स्वयं ही सीखाना है तभी नैतिकता का भाव पक्का होगा।
अंत्योदय समाज का उत्थान करना पहला कार्य
उन्होंने कहा कि अंत्योदय समाज का उत्थान करना पहला कार्य है। इस कार्य को करने से हमारा दायित्व तो पूरा होगा ही इससे आनंद संतोष और सुख भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि अंत्योदय हित के लिए विचार करके, उसके स्थान पर अपने आप को रखकर, टीम भावना को विकसित करके, समाज को अपना श्रेष्ठ देने की भावना रखकर, सीखने की वृति बनाए रखकर और अपनी सीमाओं में नवाचार करके अंत्योदय समाज के उत्थान के लिए कार्य किया जा सकता है।
उन्होंने प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने पर बल दिया और आवश्वासन दिया कि सरकार कर्मचारियों के हित का भी पूर्ण ध्यान रखेगी। उन्होंने यह मिशन कर्मयोगी हरियाणा के लिए इस कार्यक्रम के लिए हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की सराहना की।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने भी विडियो संदेश के माध्यम से कहा कि यह नैतिकता प्रशिक्षण कार्यक्रमों में एक अग्रणी कार्यक्रम हैं जिसके तहत प्रदेश के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने जा रहे हैं। मिशन कर्मयोगी हरियाणा की योजनाओं के क्रियान्वयन की जो पद्धति है उसकी निगरानी मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से कर रहे हैं उन्होंने सभी कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा भी की।
हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में कार्यक्रम शुभारंभ के अवसर पर हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की महानिदेशक चंद्रलेखा मुखर्जी ने कहा कि मिशन कर्मयोगी हरियाणा, हरियाणा सरकार के नैतिक प्रशिक्षण की एक अनुठी पहल है इसके अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों में सेवाभाव और नैतिक व्यवहार जागृत करने के लिए हरियाणा प्रदेश के लभगभ 3.3 कर्मियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य को पूर्ण करने के लिए प्रथम चरण में लगभग 3 हजार मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण आज आरंभ हुआ है। यह प्रशिक्षण समूह में दिया जाएगा और एक समूह में 150 मास्टर ट्रेनर भाग लेंगे, जिनको आगे 30-30 के पांच उप-समूहों में बांटा गया है।
इस प्रकार 3 उप-समूहों के लिए हरियाणा पुलिस अकादमी में, एक उप-समूह के लिए हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान गुरुग्राम में तथा एक समूह को संस्थान के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचकुला में दो-दो दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। द्वितीय चरण में ये सभी मास्टर ट्रेनर जोड़ी बनाकर आगे 30-30 के समूह में 300 कर्मचारियों को नैतिक व्यवहार जागृति का प्रशिक्षण देंगे।
उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि मास्टर ट्रेनर बनकर जहां राज्य की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा वहीं इस प्रशिक्षण से प्रतिभागी स्वयं भी सशक्त बनेंगे। वे समर्थवान होकर जीवन में और अधिक खुशी प्राप्त करेंगे।
उन्होंने विश्वास जताया कि इस प्रशिक्षण के बाद प्रतिभागियों में जागृत कर्तव्य यानि सेवाभाव के साथ काम करने की भावना मजबूत होगी और उनकी कार्य क्षमता में गुणात्मक वृद्धि होगी। उन्होंने इस अवसर पर परम्परा का निर्वाह करते हुए शुभारंभ सत्र में दीप प्रज्जवलित भी किया।
इस अवसर पर अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी एक महत्वपूर्ण प्रयास का हिस्सा बनने जा रहे हैं। यह प्रशिक्षण नैतिकता और मूल्य आधारित प्रशिक्षण है। उन्होंने कहा कि आप सभी नैतिकता का पालन करते हुए प्रशिक्षण के दौरान प्रतिपल सजग रहे और अधिक से अधिक भागीदारी करें। उन्होंने पौधा भेंट कर हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान की महानिदेशक चंद्रलेखा मुखर्जी का स्वागत किया।
इस अवसर पर अकादमी के पुलिस उप-महानिरीक्षक डॉ अरूण सिंह, प्रशिक्षण कार्यक्रम के नॉलेज पार्टनर इल्युमिन नॉलेज रिसोर्स के वरिष्ठ प्रशिक्षक बिरेन आनंद, सुदेशना दास, रिबेका इटे्यराह, अकादमी की और से नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक पुष्पा व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।