Haryana Roadways News: दिल्ली की सीमा पार करना नहीं होगा आसान, घर से निकलने से पहले पढ़ लें ये खबर!
अगर आप बस से दिल्ली जाने की सोच रहे हैं तो पहले ठीक से जांच कर लें, क्योंकि दिल्ली में होने वाले जी-20 सम्मेलन को देखते हुए हरियाणा से जाने वाली रोडवेज बसों को सिंधु बॉर्डर तक ही जाने की इजाजत है.
ये बसें दिल्ली आईएसबीटी तक जाती हैं
रोडवेज बसें आईएसबीटी तक जाएंगी या नहीं, इसका फैसला दिल्ली पुलिस के हाथ में होगा। बस सेवा के लिए पानीपत, सोनीपत रोडवेज के महाप्रबंधक दिल्ली में यातायात व्यवस्था के प्रभारी अधिकारियों के संपर्क में हैं। पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से करीब 850 बसें रोजाना पानीपत, सोनीपत होते हुए दिल्ली के आईएसबीटी तक जाती हैं। इसमें पानीपत डिपो की करीब 35 बसें शामिल हैं।
दिल्ली में चल रहे जी-20 सम्मेलन के कारण रोडवेज बसों का संचालन 10 सितंबर तक बाधित रहेगा। तीन दिन तक रोडवेज बसें बहादुरगढ़ तक ही जा रही हैं। ऐसे में यात्रियों को दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ से मेट्रो पकड़नी होगी। रोडवेज बसों के अलावा जींद से दिल्ली रूट पर चलने वाली दस ट्रेनें 9 और 10 सितंबर को दो दिन के लिए रद्द कर दी गई हैं, जबकि दो ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को होगी
ऐसे में शनिवार और रविवार को रोडवेज बसों में दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक होने की संभावना है, जो बहादुरगढ़ से मेट्रो के जरिए दिल्ली पहुंच सकते हैं। जी-20 सम्मेलन के कारण मेट्रो से दिल्ली जाने वाले यात्री प्रगति मैदान छोड़कर नजदीकी स्टेशनों पर उतरकर निर्धारित स्थान पर जा सकते हैं।
वहीं, गुरुग्राम जाने वाली बसों को भी झज्जर और बादली के रास्ते भेजा जा रहा है। 10 दिसंबर तक निजी वाहनों को भी दिल्ली में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. इससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को होगी जो रोजाना अपने काम के लिए दिल्ली आते-जाते हैं।
कैब संचालक भी असमंजस में हैं
इस व्यवस्था से कैब संचालक भी असमंजस में हैं। जींद से दिल्ली के बीच कैब चलाने वाले अजमेर सिंह के मुताबिक यह रास्ता बंद है. ऐसे में लोगों को वाया गुरुग्राम पहुंचाया जाएगा. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गाड़ी कहां जायेगी. यात्रियों से निर्धारित किराया ही लिया जा रहा है