Hbse news : हरियाणा शिक्षा बोर्ड विद्यालय ने प्रदेश के लाखों छात्रों को दिया बड़ा झटका
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश भर के लाखों छात्रों को बड़ा झटका दिया है। एचबीएसई से एक बार जो विद्यार्थी अपना सर्टिफिकेट ले चुके है, अगर दोबारा से वह डूप्लीकेट सर्टिफिकेट इश्यू करवाते हैं तो इसके लिए उन्हें पहले की बजाय ज्यादा पैसे खर्चने होंगे। पहले नाम मात्र फीस में डूप्लीकेट सर्टिफिकेट इश्यू हो जाता था लेकिन अब इसकी फीस बढ़ा कर एचबीएसई ने लाखों विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ डालने का काम किया है।
एचबीएसई द्वारा जो फीस बढ़ौतरी का लैटर जारी किया गया है, उसके अनुसार अब 10वीं, 12वीं एचटेट या डी एड का डूप्लीकेट सर्टिफिकेट निकलवाना है तो पहली बार में 800 रुपए, दूसरी बार निकलवाने के लिए 1000 रुपए और तीसरी बार निकलवाने के लिए 1200 रुपए की फीस का भुगतान करना होगा। इस फीस के भुगतान के बाद आपका सर्टिफिकेट आपके एड्रेस पर डाक के अंदर आएगा। अगर आपको यही सर्टिफिकेट मौके पर ही जाकर लेने हैं तो इसके लिए पहली बार 1000 रुपए, दूसरी बार 1300 रुपए और तीसरी बार में 1500 रुपए की फीस भरनी होगी। पहले इसकी फीस 300 से 500 रुपए ही लगती थी।
अगर एचबीएससी के किसी भी दस्तावेज का सत्यापन करवाना है तो इसके लिए एक सर्टिफिके की फीस 500 रुपए लगेगी। पहले यह 100 से 200 रुपए में ही हो जाता था। इसके अलावा माइग्रेशन सर्टिफिकेट निकलवाने के लिए 300 रुपए की फीस का भुगताना करना पड़ेगा।
अगर आपके सेकेंडरी, सीनियर सेकेंडरी या फिर दूसरे दस्तावेज में नाम, पिता का नाम, आधार कार्ड नंबर, जन्म तिथि, मां का नाम गलत हो गया है और आप अपना नाम सही करवाना चाहते हैं तो एक सर्टिफिकेट में नाम ठीक करवाने की फीस 800 रुपए लगेगी और एक त्रुटि ठीक करने के 300 रुपए देने होंगे। अगर कई त्रुटियां हैं तो फिर अधिकतम 1400 रुपए की फीस का भुगतान करना होगा।
एचबीएसई द्वारा यह फीस बढ़ौतरी कर प्रदेश भर के लाखों विद्यार्थियों को बड़ा झटका देते हुए आर्थिक बोझ डालने का काम किया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के भिवानी मुख्यालय पर हर रोज काफी संख्या में विद्यार्थी अपने दस्तावेजों के संबंधित कामों के लिए आते हैं। किसी को अपना सर्टिफिकेट दोबारा से निकलवाना है तो किसी को इसमें त्रुटि ठीक करवानी है। पहले जो काम 200 से 400 रुपए में हो जाता था, अब उसी काम के लिए छात्रों को एक हजार रुपए से भी अधिक की फीस का भुगताना करना पड़ेगा।