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भर्तियों पर स्टे मामले पर "आप" वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने बीजेपी सरकार को घेरा

सरकार जानबूझकर कोर्ट से लेने लगी तारीख पे तारीख : अनुराग ढांडा
 
 भर्तियों पर स्टे मामले पर "आप" वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने बीजेपी सरकार को घेरा
नायब सैनी भी पूर्व सीएम खट्टर की तरह युवा विरोधी: अनुराग ढांडा
 

एचपीएससी और एचएसएससी के भ्रष्ट अधिकारियों पर हो कार्रवाई : अनुराग ढांडा

बेरोजगारी के कारण रूस में काम करने गए युवा रशिया आर्मी में फंसे: अनुराग ढांडा

युवाओं को युद्धग्रस्त क्षेत्र इजरायल भेजकर अपनी पीठ थपथपा रही भाजपा: अनुराग ढांडा

बीजेपी के खिलाफ मतदान करके युवा लेंगे अपने अपमान का बदला: अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 19 मार्च

आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने ग्रुप सी के 56-57 और टीजीटी भर्तियों पर स्टे मामले को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने युवाओं के रोजगार और नई भर्तियों को मजाक बना दिया है। हरियाणा सरकार की हर भर्ती कोर्ट में अटकी पड़ी हैं और युवा इस भर्ती के इंतजार में परेशान है। उन्होंने कहा कि  बीते 27 और 28 फरवरी को लगातार दो दिन तक सुनवाई हुई थी, तब सुनवाई की अगली तारीख 6 मार्च दी फिर अगली सुनवाई की तारीख 19 मार्च दे दी गई। लेकिन अब ग्रुप 56-57 के लिए अप्रैल दी गई है। जबकि टीजीटी भर्ती के लिए भी 21 मार्च सरकार ने जानबूझकर साजिश के तहत ली है। ताकि भर्तियों को ज्यादा से ज्यादा समय तक लटका जा सकें। प्रदेश का युवा बीजेपी सरकार से हताश और निराश है। 

उन्होंने कहा एचएसएससी का काम करने का तरीका देखिए कि जिन बच्चों के नंबर ज्यादा हैं वो लिस्ट से बाहर हैं और जिनके नंबर कम हैं वो उनका नाम लिस्ट में है। उसके बाद पूर्व सीएम खट्टर कहते हैं कि उनकी सरकार में खर्ची पर्ची नहीं चलती। तो फिर नये सीएम नायब सैनी बताए कि जिन बच्चों के नंबर थे वो बाहर कैसे हो गए? और जिन बच्चों के नंबर कम थे वो अंदर कैसे हो गए? इसका मतलब सरकार में खर्ची पर्ची, हेराफेरी और युवाओं के हक की लूट भी चल रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार सीईटी का एग्जाम होने के बाद से एक भी भर्ती सही तरीके से नहीं करा पाई है। हजारों लाखों युवाओं का भविष्य अधर में लटका है। पूर्व सीएम खट्टर कहते थे कि हर साल सीईटी का एग्जाम कराएंगे। 2022 में सीईटी एग्जाम में क्वालीफाई हुए साढ़े तीन लाख बच्चों को भी अभी तक पूरा मौका नहीं मिला है। जितनी जॉब होती हैं इनके चार गुना बच्चों को ही सेकेंडरी टेस्ट देने के लिए बुलाया जाता है। लेकिन जो साढ़े तीन लाख बच्चों के बाद छह लाख और बच्चे नौकरियां करने के लिए तैयार हो चुके हैं। उनके लिए बीजेपी सरकार की तरफ से कोई एग्जाम दोबारा नहीं रखा गया है। इसका मतलब सरकार हरियाणा के युवाओं के नौकरी के हक को मारकर बैकडोर से दूसरे राज्यों के युवाओं को महत्व दें रही है। 

उन्होंने कहा कि युवाओं को नौकरी देना इनके बस की बात नहीं है। बीजेपी सरकार जानबूझकर इसी खामियां छोड़ते हैं जिस कारण भर्तियां कोर्ट में लटक जाती हैं। जब पेपर कराते हैं तो पेपर लीक हो जाते हैं, इस सरकार में 40 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। कई बार नौकरियों का विज्ञापन वापस ले चुके हैं और जानबूझकर इस तरीके के काम करते हैं। ताकि युवाओं को सरकारी नौकरी न देनी पड़े। हरियाणा में 2 लाख सरकारी नौकरियां खाली पड़ी हैं। जिस दिन आम आदमी पार्टी की सरकार आएगी पहली कलम से इन सरकारी नौकरियों को भरा जाएगा और हर घर में रोजगार देंगे। भाजपा की तरह हर घर बेरोजगार नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं के युद्धग्रस्त इलाके इजरायल, यूक्रेन और रूस में मौत के मुहं में झोंका जा रहा है। जबकि हरियाणा में 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं लेकिन बीजेपी सरकार उन पदों पर युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है। बीजेपी सरकार युवाओं को युद्धग्रस्त में भेजकर अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने कहा कि यहां पर कोई रोजगार न होने की वजह से मजबूरी में मटौर के 7-8 के युवा रूस में काम करने के लिए गए थे। लेकिन मैंने जो ऑडियो इन युवाओं के सुने वह बहुत ही भयावह है। वहां गए युवा कह रहे हैं कि यह हालत बहुत खराब हैं, चारों तरफ गोलियां चल रही है और उनको युद्ध के लिए धकेल दिया गया है। अपने बच्चों के लिए परिवार भी प्रशासन से गुहार लगा रहा है। लेकिन यदि हमारे देश का नागरिक कहीं भी फंसता है तो उसे सुरक्षित निकालना भारत सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए हम मांग करते हैं कि भारत सरकार इन बच्चों की तरफ ध्यान दे और इनको सुरक्षित निकाले। क्योंकि इसमें इन बच्चों की नहीं बल्कि सरकार की गलती है क्योंकि सरकार इन्हें यहां पर रोजगार उपलब्ध नहीं कर सकी ।

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