मच्छरों को लेकर डीसी ने जारी की एडवाइजरी

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने जिलावासियों से आह्वान किया है कि वे मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए गए उपायों को गंभीरता से अपनाएं ताकि मच्छर पैदा ही न हो और बीमारियों से बचा जा सके। इसके लिए अपने घरों में सीमेंट से बनी टंकियों को पूरी तरह ढक कर रखें। सप्ताह में एक बार टंकियों, कूलरों, गमलों, शौचालयों में पड़े घड़ों, छतों पर पड़े बेकार टायरों, पशु-पक्षियों के पानी पीने के बर्तनों व अन्य पानी के स्त्रोतों को खाली करे व रगड़कर साफ करे व फिर पानी भरे। उन्होंने कहा कि नागरिक अपने घरों के आस-पास पानी खड़ा न होने दे, खड़े पानी में मच्छर अंडे देता हैं, जो 7 दिनों में पुन: मच्छर बनकर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियां फैलाता है।
रात को सोते समय कीटनाशक मच्छरदानी या ऑडोमास का प्रयोग करें। शरीर को पूर्ण रूप से ढकने वाले वस्त्र पहने, बुखार होने की स्थिति में अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना ईलाज करवा सकता है तथा मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम में सहयोग करें।सिविल सर्जन सिरसा डा. महेंद्र कुमार भादू द्वारा बताया गया कि अगर किसी को बुखार, सिर दर्द जैसे लक्षण मिलते है तो वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना इलाज करवा सकता है तथा डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में 60 बैड आरक्षित किए गए है तथा प्लेटलेट उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए 55 टीमें लगातार कार्य कर रही है, जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही है और मच्छर का लार्वा पाए जाने पर उसे तुरंत प्रभाव से कीटनाशक दवाई डालकर नष्ट किया जाता है। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव मरीजों के एरिया में नगर परिषद, सरपंच, नंबरदार द्वारा फोगिंग भी करवाई जा रही है।