इस तरह करें आलू की खेती, किसानो को मिलेगी बंपर पैदावार
आलू की खेती में अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। कृषि विज्ञान केंद्र कोडरमा के वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ. एके राय ने आलू की फसल के बेहतर उत्पादन के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए हैं:
खेत की तैयारी:
खेत की तैयारी में 15 से 20 टन गोबर की पुरानी खाद डालें।
40-50 किलो नीम की खली डालने से खेत की उर्वरक क्षमता बढ़ती है और कीटनाशक के रूप में काम करती है, जिससे फसल रोगमुक्त रहती है।
बुवाई का समय:
आलू की बुवाई अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक करना चाहिए, ताकि फसल का उत्पादन बेहतर हो सके।
बीज की बुवाई से पहले बीज का उपचार स्ट्रेप्टोसाइक्लिन या कॉर्बेंडाजिन से करना जरूरी है।
कोल्ड स्टोरेज से आलू के बीज लाने पर उसे 3-4 दिन खुली हवा में रखना चाहिए।
मेड़ और बीज की बुवाई:
मेड़ को 35-40 सेमी चौड़ा बनाएं, जिससे आलू को अच्छी मात्रा में पोषण मिल सके।
एक हेक्टेयर में आलू की खेती के लिए 80 किलोग्राम पोटाश और 80 किलोग्राम डीएपी की आवश्यकता होती है।
सिंचाई और पाले से बचाव:
बीज लगाने के 25-30 दिन बाद पहली सिंचाई करनी चाहिए।
पाले की समस्या से बचने के लिए खेत की तैयारी और वैज्ञानिक विधियों का पालन करना चाहिए। इससे फसल में बीमारी लगने की संभावना कम हो जाती है।
उत्पादन:
एक एकड़ में 6-7 क्विंटल बीज लगाकर 90-110 दिन में करीब 300 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।