किसान नेता ने खाद व बीज बेचने वालों पर लगाए लूटखोरी के आरोप
भारतीय किसान एकता बीकेई के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि कृषि विभाग की निकाम्मी के चलते कीटनाशक, खाद व बीज उत्पादों की बिक्री में किसानों से धोखाधड़ी व लूट हो रही है। औलख ने कहा कि गांव रायपुर के किसान चंद्रमुनी व अरविंद बैनीवाल ने सिरसा नई अनाज मंडी में स्थित दुकान सोहनलाल विनोद कुमार बूथ नंबर-3 से 5 किलो जई, 2 किलो पालक व 3 किलो में 5 थैली सल्फर की खरीदी, जब उन्होंने इन सभी उत्पादों का बिल मांगा तो दुकानदार ने बिल देने से इनकार कर दिया, जिससे किसानों को शक हुआ की इन उत्पादों में कोई गड़बड़ी हो सकती है।
इस बारे में अरविंद और चंद्रमुनी ने मुझे बताया कि दुकानदार बिल नहीं दे रहा है, जिस पर मैंने दुकानदार से बात की और उसने कहा कि दुकान का संचालक किसी काम से बाहर गया हुआ है कल इनका बिल काट देंगे। उसके बाद किसान दुकानदार को पैसे देकर सामान खरीद लेते हैं। खरीदारी के बाद वह किसान बीकेई कार्यालय में पहुंचते हैं, वहां जब हमने कोसाजेन 80 प्रतिशत डब्ल्यूडीजी नामक सल्फर की थैलियों को देखा तो उस पर निर्माता कंपनी का नाम नहीं लिखा हुआ था। केवल बेचने वाली जैन फर्टिलाइजर और पेस्टिसाइड कंपनी का नाम अंकित था, जिससे हमारा शक यकीन में बदल गया कि यह उत्पाद नकली है। हमने तुरंत कृषि विभाग के अधिकारियों को बुलाया। कृषि अधिकारियों के साथ वे सोहन लाल विनोद कुमार की दुकान पर गए। लंबी मशक्कत के बाद दुकानदार ने बिल काट के दिया। कृषि अधिकारियों ने दुकानदार से सल्फर का रिकॉर्ड मांगा तो उसके पास ना तो खरीदारी का बिल पाया गया और ना ही कोई और कागजात दे पाया।
विभाग ने जांच के लिए सल्फर का नमूना लिया और इससे संबंधित कागजात दफ्तर में पेश करने के लिए नोटिस जारी किया। अरविंद बैनीवाल ने कहा कि हम प्राइवेट लैब से भी सल्फर की जांच करवाएंगे, ताकि लालच में आकर कोई कर्मचारी/अधिकारी गड़बड़ी न कर सके। औलख ने कहा कि हरियाणा सरकार पराली जलाने पर उस क्षेत्र के संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन कृषि विभाग के अधिकारियों की शह पर किसानों से हो रही लूट पर हरियाणा सरकार मौन है। चाहे वह डीएपी की कमी के चलते हो रही कालाबाजारी व टैगिंग हो या फिर बिना अनुमति वाले, नकली व निम्न क्वालिटी के उत्पादों की बिक्री हो।
हमारी सरकार से अपील है कि गलत काम करने वाले विक्रेता के साथ-साथ उसे क्षेत्र के कृषि अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए, ताकि कोई भी किसान के साथ धोखाधड़ी ना कर सके। औलख ने कहा कि दुकानदार ने अपनी दुकान के बाहर साइन बोर्ड भी नहीं लगा रखा है। हमारी कृषि विभाग को चेतावनी है कि खाद, बीज व कीड़ेमार दवाई विक्रेताओं की दुकानों व गोदामों पर साइन बोर्ड लगवाया जाए, जिस पर सारी जानकारी अंकित हो। औलख ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी उत्पाद खरीदने समय विक्रेता से उसका बिल अवश्य लें, ताकि आपसे कोई धोखाधड़ी न हो सके।