इस पेड़ की खेती से किसान कमा रहे हैं लाखों रुपए, छाल का भी औषधीय महत्व

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में अर्जुन पेड़ की खेती करके किसान अब लाखों रुपए कमा रहे हैं। इस पेड़ की छाल का औषधीय महत्व होता है और विदेशों में इसकी विशेष मांग है।
अर्जुन पेड़ 47 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में अच्छा विकास करता है और गर्मी में इसकी खेती का अच्छा समय होता है। इस पेड़ को किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है और इसकी छाल की बहुत अच्छी मांग है।
इस पेड़ के बीजों को पानी में भिगोकर उपायुक्त रूप से उपजाऊ करने के लिए तैयार किया जा सकता है। खेत में इसके पौधे को बोने से पहले यह भी ध्यान देना चाहिए कि उचित जल निकासी हो।
अर्जुन पेड़ 15-16 सालों में तैयार होता है और इसकी छाल की अच्छी कीमत मिलती है। इसके अलावा, इस पेड़ की लकड़ियों से फर्नीचर तैयार किया जाता है।
अर्जुन पेड़ के कई सारे फायदे होते हैं, और यह किसानों को अच्छा मुनाफा भी प्रदान करता है। इसकी खेती ने किसानों के लिए नए विकास के दरवाजे खोले हैं, और यह बढ़ती मांग के साथ उनकी आय को भी बढ़ाया है।